लव जिहाद विवाद को लेकर फिर आवाजें उठने लगी हैं। कर्नाटक में अभी हिजाब प्रकरण शांत नहीं हुआ था कि कथित तौर पर लव जिहाद के मुकाबले में लव केसरी का नया नारा पैदा हो गया। राज्य के कुछ दक्षिणपंथी नेताओं ने युवकों का आह्वान किया है कि वे “लव जिहाद” का मुकाबला करने के लिए “लव केसरी” में शामिल हो जाएं।
राज्य के रायचूर जिले में श्री राम सेना के नेता राजचंद्र रामनगौड़ा ने रविवार को एक सभा में युवकों से कहा कि वे इस काम में आगे आएं। इस पर उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। राजचंद्र रामनगौड़ा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता के तहत दंगा करने के इरादे से उकसाने, धर्म, नस्ल पर हमला करने या धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य करने के आरोप लगाए गए हैं।
राजचंद्र रामनगौड़ा ने अपने भाषण में कहा, “इस मंच पर हमें अपनी सभी लड़कियों को संदेश देना चाहिए कि अगर कोई मुस्लिम पुरुष किसी हिंदू महिला को परेशान करता है, तो मैं वहां हूं, हमारे भाई हैं, हमारे पास आओ। हमें सिर्फ अपनी तलवारें नहीं दिखानी चाहिए। हमें इनका इस्तेमाल इन पुरुषों (जो हिंदू लड़कियों और महिलाओं को निशाना बनाते हैं) पर करना चाहिए। आइए अपने धर्म की रक्षा करें।”
इस बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मंगलवार को कहा कि पुलिस को उन लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई निर्देश दिए गए हैं जो समाज में दरार पैदा करने के लिए भड़काऊ बयान देते हैं। बोम्मई ने मंगलुरु में संवाददाताओं से कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था और शांति बरकरार रखना सरकार का दायित्व है।
उन्होंने कहा कि कानून को अपने हाथ में लेने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में धर्मों के बीच कोई सीधा संघर्ष नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ संगठन और उनके नेता शांतिपूर्ण वातावरण को खराब करने के लिए भड़काऊ बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए कदम उठाने पर पुलिस महानिदेशक ने सभी जिला उपायुक्तों के साथ सोमवार को चर्चा की।
अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मुद्दे पर बोम्मई ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा, वरिष्ठ नेता अरुण सिंह और नलिन कुमार कतील की अध्यक्षता वाली तीन टीमें पूरे राज्य का दौरा करेंगी। राज्य की कार्यकारी समिति की बैठक 16 और 17 अप्रैल को बुलाई गई है।