Karnataka: जनता दल सेकुलर (जद-एस) के नेता एच. डी. कुमारस्वामी ने सोमवार (3 अक्टूबर, 2022) को कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार के अच्छे दिन के दावे बड़ा सवाल खड़ा करती है। उन्होंने यह टिप्पणी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के महासचिव दत्तात्रेय होसबाले के बयान के संदर्भ में की। जिन्होंने देश में ‘बढ़ती असमानता’ और ‘बेरोजगारी’ पर चिंता जताई थी।
पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा सोमवार को कहा कि आर्थिक असमानता, गरीबी और बेरोजगारी पर आरएसएस के महासचिव दत्तात्रेय होसबले की कथित टिप्पणी अच्छे दिनों के दावों पर बड़े सवाल उठाती है। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि देश भर में कुपोषण व्याप्त है और सैकड़ों और लाखों गांवों में पीने का पानी नहीं है।
भाजपा की आलोचना करते हुए कुमारस्वामी ने होसाबले की टिप्पणियों के बारे में समाचार रिपोर्ट की एक तस्वीर साझा की। कुमारास्वामी ने कहा कि यह कहने के लिए किसी विशेष विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है कि कौन फला-फूला है, जिसने पिछले 7 वर्षों में बीजेपी शासन में सब कुछ खो दिया है। उन्होंने कहा कि होसबले ने खुद कहा है कि 20 करोड़ लोग गरीबी रेखा से नीचे हैं और 4 करोड़ युवा बेरोजगार हैं। फिर कौन पिछले 7 वर्षों में अमीर बन गया ? उन्होंने दावा किया कि 23 करोड़ लोग प्रति दिन 375 रुपये से कम कमा रहे हैं, जबकि एक उद्योगपति प्रति घंटे 42 करोड़ रुपये और प्रति सप्ताह 6,000 करोड़ रुपये कमा रहा है।
कुमारस्वामी ने कहा, “यह भारत की वर्तमान तस्वीर है। देश की 20% संपत्ति रखने वाले एक व्यक्ति से ज्यादा चौंकाने वाला क्या है? उन्होंने चेतावनी दी कि देश में बढ़ती आर्थिक असमानता से बड़ा रोष हो सकता है। उन्होंने कहा, “अगर बढ़ती आर्थिक असमानता से लोगों में रोष पैदा हो जाए तो चौंकिए मत। देश ‘कॉरपोरेट वर्ल्ड’ के जाल में फंसना भारत के भविष्य के लिए अच्छा संकेत नहीं है। लोगों की हताशा और अधीरता दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है।
कुमारास्वामी ने कहा कि देश की आजादी के अमृत महोत्सव के वर्ष में भारत में आर्थिक असमानता का एक काला बिंदु है। क्या यह राष्ट्रीय शर्म की बात नहीं है कि लोग हर दिन एक वक्त के भोजन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि होसबाले द्वारा प्रदान किए गए आंकड़ों से मैं हैरान हूं।
बता दें, संघ के स्वदेशी जागरण मंच द्वारा आयोजित एक वेबिनार कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महासचिव दत्तात्रेय होसबाले ने देश में कथित रूप से बढ़ती आय असमानता और बेरोजगारी पर चिंता व्यक्त की थी। आरएसएस के महासचिव ने कहा था कि गरीबी ‘हमारे सामने दानव जैसी चुनौती’ के रूप में सामने आ रही है। हालांकि, होसबाले ने यह भी कहा कि इस चुनौती से निपटने के लिए पिछले कुछ सालों में कई कदम उठाए गए हैं।