Karnataka: कर्नाटक के बागलकोट जिले में एक गांव के मंदिर में एंट्री करने की कोशिश करने पर एक दलित शख्स की जमकर पिटाई की गई। पुलिस ने इस सिलसिले में 21 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और उनमें से 6 को अरेस्ट भी कर लिया गया है। यह घटना 10 सितंबर को बादामी तालुका के उगलवाट गांव में हुई। पीड़ित अर्जुन मदार ने पुलिस को बताया कि जब वह रात करीब 10.30 बजे मंदिर गया तो मुदगौड़ा रेड्डी नाम के एक गांव वाले ने उसे रोक लिया और उसके साथ में झगड़ा शुरू कर दिया।

इसके कुछ ही मिनटों में कई गांव वाले वहां पर इकट्ठा हो गए और उस पर हमला करना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं उसको खंभे से भी बांध दिया। 14 सितंबर को सुबह 7 बजे के आसपास गांव में उसका बहिष्कार करने का आह्वान किया गया। इसमें कहा गया कि मदार से बात करने पर जुर्माना या सजा होगी। इस मामले में एफआईआर 14 सितंबर को ही दर्ज की गई।

दलित नेताओं ने की कार्रवाई की मांग

दलित युवक की पिटाई को लेकर दलित नेताओं ने भी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने पुलिस से अर्जुन पर हमला करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि अगर उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है तो वे बागलकोट में जिला प्रशासन ऑफिस के सामने आंदोलन शुरू कर देंगे। वहीं, जिला मंत्री आरबी तिम्मापुर ने बताया कि छह लोगों को अरेस्ट किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपों की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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एसपी और डिप्टी कमिश्नर ने गांव का दौरा किया

इस पूरे मामले के सामने आने के बाद में बागलकोट के एसपी अमरनाथ रेड्डी ने गांव का दौरा किया। उन्होंने कहा कि गांव में कुछ लोगों द्वारा घोषणा की गई थी कि दलितों को उस क्षेत्र में एंट्री नहीं करनी चाहिए जहां पर ऊंची जाति के लोग रहते हैं। डिप्टी कमिश्नर जानकी केएम ने रविवार को गांव का दौरा किया और दलित और अन्य समुदायों के सदस्यों के साथ बैठक की और उनसे शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की।