मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के मंत्रिमंडल में फेरबदल करने से असंतोष गहराने के साथ ही अंबरीश ने सोमवार को कर्नाटक विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। अंबरीश अभिनेता से नेता बने हैं। अंबरीश ने अपने निजी सहायक के मार्फत विधानसभा अध्यक्ष को महज एक लाइन का त्यागपत्र भेजा है। यह कदम तब उठाया गया है जब सिद्धरमैया ने एक दिन पहले अपने मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल करते हुए अपने 14 मंत्रियों को हटाया था और 13 अन्य को मंत्रिमंडल में शामिल किया था। अध्यक्ष का प्रभार संभाल रहे विधानसभा उपाध्यक्ष शिवशंकर रेड्डी ने इस त्यागपत्र को स्वीकार नहीं किया है क्योंकि सदस्य ने खुद इसे जमा नहीं किया। कोगोडू थिम्मप्पा के कैबिनेट मंत्री नियुक्त किए जाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष का पद रिक्त हो गया है।

शिवशंकर रेड्डी ने कहा कि अंबरीश ने किसी अन्य व्यक्ति के माध्यम से त्यागपत्र भेजा है, ऐसा कोई भी पत्र तभी वैध होगा जब सदस्य खुद उसे जमा करते हैं। मैंने उसे वापस कर दिया। बता दें कि त्यागपत्र में लिखा गया है कि वह मांड्या विधानसभा क्षेत्र के विधायक पद से इस्तीफा दे रहे हैं। उसमें इस्तीफे का कोई कारण नहीं बताया गया है। अंबरीश मंत्रिमंडल से हटाए जाने से पहले आवास मंत्री थे। वह पहले लोकसभा सदस्य और सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री भी रहे हैं लेकिन उन्होंने कावेरी न्यायाधिकरण के फैसले पर असंतोष प्रकट करते हुए लोकसभा सदस्य से इस्तीफा दे दिया था।

मांड्या में अंबरीश के समर्थक सोमवार को दूसरे दिन भी प्रदर्शन करते रहे। मंत्रिमंडल में फेरबदल के बाद कांग्रेस के अंदर असंतोष गहराता जा रहा है ,मंत्रिमंडल से हटाए गए मंत्री और नेता खुलकर पार्टी नेतृत्व के विरुद्ध अपनी नाखुशी प्रकट कर रहे हैं।