यूपी के इत्र व्यापारी पीयूष जैन के घर पर जारी जीएसटी इंटेलिजेंस और इनकम टैक्स की टीमों की रेड अब खत्म हो गई है। जीएसटी इंटेलिजेंस और इनकम टैक्स की टीमों ने कानपुर और कन्नोज में स्थिति उसके घरों पर छापा मारा था, जहां से करोड़ों की संपत्ति, सोना, कैश और चंदन का तेल बरामद हुआ है। इस केस में गवाह अमित दुबे ने इस छापे से जुड़ी हर जानकारी अब मीडिया के सामने दे दी है।
अमित दुबे के अनुसार कई जगहों से कैश मिला है। तहखानों में कैश छुपा कर रखा गया था। गवाह के अनुसार पीयूष जैन के बेटों को इन संपत्तियों के बारे में जानकारी नहीं थी। उसने कहा- “कई जगहों से कैश निकला, दो अंडरग्राउंड को तोड़ा गया। बहुत कोशिशों के बाद कैश मिला। अधिकारियों ने ढूंढा। परिवार के लोगों को तो पता ही नहीं, उसके लड़के को तो…वो लोग तो यहां रहते ही नहीं हैं”।
इतनी बड़ी रकम और संपत्ति की बरामदगी के बाद कानपुर के व्यवसायी पीयूष जैन फिलहाल 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में है। जीएसटी के अधिकारियों ने जैन के कानपुर स्थित घर और अन्य परिसरों पर छापेमारी की थी। जिसमें कानपुर और कन्नौज में उनसे जुड़ी फैक्ट्रियां भी शामिल थीं। जहां से 257 करोड़ रुपये की नकदी, कई किलो सोना और अन्य कीमती सामान मिला है।
पीयूष जैन लगभग 40 कंपनियों का मालिक है। इसमें कई कारखाने, कोल्ड स्टोरेज, पेट्रोल पंपों जैसे उद्योग शामिल हैं। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, जैन ने अपने पिता से इत्र बनाने की कला सीखी थी। इसके बाद उसने कानपुर में अपना व्यवसाय शुरू किया। जैन करीब पिछले 15 सालों से अपना व्यापार कर रहा है। आज उनका बिजनेस देश के कई राज्यों से लेकर विदेशों तक में फैला हुआ है।
छापेमारी के दौरान पता चला है कि उसके पास 16 से ज्यादा ऐसी प्रॉपर्टी है जिसकी कीमत करोड़ों में है। इसमें 4 कानपुर, 7 कन्नौज, 2 मुंबई और 1 दिल्ली में हैं। पीयूष जैन के पास से दुबई में भी दो प्रॉपर्टी मिली है।