कानपुर हिंसा के बाद पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी है। पुलिस ने बीजेपी नेता तुषार को गिरफ्तार किया है। बीजेपी नेता तुषार पर आरोप है कि उसने रेहड़ी-पटरी लगाने वाले मुस्लिम युवक से जबरदस्ती जयश्रीराम के नारे लगवाए थे। उसके साथ बदसलूकी करते हुए दुकान भी नहीं लगाने दी थी। जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में बीजेपी नेता मुस्लिम दुकानदार से कहते हैं कि हमारे ऊपर ईंट-पत्थर चलवाओ, यहां दुकान लगाए हो, यहां से भाग जाओ। जवाब में मुस्लिम दुकानदार कहता है कि भइया हम गरीब आदमी हैं।
दरअसल, मामला बुधवार ( 8 जून, 2022) का है। जब कानपुर के गोविंदनगर में बीजेपी नेता तुषार शुक्ला ने रेहड़ी-पटरी लगाने वाले मुस्लिम दुकानदार से बदसलूकी और जयश्रीराम के नारे लगवाए। इस घटना वीडियो वायरल होते ही पुलिस ने तुषार शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने तुषार की गिरफ्तारी का फोटो भी ट्विटर हैंडल पर जारी किया है।
इससे पहले कानपुर पुलिस ने बीजेपी नेता हर्षित श्रीवास्तव को विवादित टिप्पणी मामले में गिरफ्तार किया था। कानपुर पुलिस ने बताया था कि हर्षित बीजेपी के फ्रंटल संगठन युवा मोर्चा में मंत्री है। इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। हर्षित ने पोस्ट के जरिए गलत टिप्पणी की थी। पुलिस कमिश्नर विजय मीणा का कहना है कि सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने के लिए किसी को भी छूट नहीं दी सकती है, फिर वो चाहें कोई भी हो।
पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी को लेकर दिल्ली में गुरुवार को असदुद्दीन ओवैसी के पार्टी कार्यकर्ताओं ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया। हालात को कंट्रोल में करने के लिए पुलिस ने कुछ लोगों हिरासत में भी लिया है।
बता दें, नूपुर शर्मा ने पैगंबर को लेकर विवादित बयान दिया था। इसके बाद उनके समर्थन में दिल्ली बीजेपी के मीडिया प्रभारी नवीन कुमार जिंदल ने ट्वीट करते हुए उनका समर्थन किया था। मामले के तूल पकड़ने के बाद बीजेपी ने नूपुर को सस्पेंड कर दिया, जबकि नवीन जिंदल को छह साल के लिए पार्टी से बाहर कर दिया। बीजेपी नेताओं की इस बयानबाजी पर देश में मुस्लिम समुदाय के नेताओं ने दोनों बीजेपी नेताओं पर कार्रवाई की मांग की है। वहीं मुस्लिम देशों ने कड़ी आपत्ति जताई है।