Kanpur Shootout Case में मुख्यारोपी और हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे ने वारदात के दौरान पुलिस का रास्ता रोकने के लिए जिस JCB मशीन को घर के बाहर खड़ा कराया था, उसी से उसका किलेनुमा मकान मलबे में तब्दील कर दिया गया। शनिवार को उसके घर को जमींदोज करने की कार्रवाई की गई। बाद में उसके सभी बैंक खाते भी सील कर दिए गए।

दरअसल, आठ पुलिस वालों का हत्यारा दुबे वारदात के दो दिन बाद भी फरार है। हालांकि, उसकी खोज में 20 टीमें दबिश दे रही हैं। जांच में कॉल डिटेल्स में कुछ पुलिस वालों के नंबर भी सामने आए। कई पुलिसवालों से पूछताछ भी हुई। यहां तक कि मुखबिरी के शक पर चौबेपुर थाना एसएचओ विनय तिवारी सस्पेंड भी कर दिए गए।

कानपुर के पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने पत्रकारों को बताया, ”थानाध्यक्ष विनय तिवारी के ऊपर लग रहे आरोपों के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया है। इन आरोपों की जांच की गहन तरीके से जांच की जा रही है। अगर उनका या किसी भी पुलिसकर्मी का इस घटना से कोई संबंध निकला तो उसे न केवल बर्खास्त किया जाएगा बल्कि जेल भी भेजा जाएगा।’’

दुबे का घर जमींदोज किए जाने पर वह बोले, ”ग्रामीणों का कहना है कि दुबे ने दबंगई-गुंडागर्दी से लोगों की जमीन कब्जाई थी और वसूली कर घर बनाया था। गांव में यह अपराध का गढ़ था, जिससे गांव वालों में उसके प्रति बहुत गुस्सा था। दुबे के परिजन पर आक्रोशित ग्रामीणों ने हमला भी किया था, पर पुलिस की मौजूदगी के कारण कोई हादसा नहीं हुआ।”

पुलिस सूत्रों के मुताबिक कुछ पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि यह जाना जा सके कि दुबे को उसके घर पर पुलिस की छापेमारी के बारे में पहले से खबर कैसे लगी जिससे उसने पूरी तैयारी के साथ पुलिस दल पर हमला किया।

इसी बीच, आरोपी की मां का कहना है, “बेटा जहां कभी हो, अगर वह अपना भला चाहता है तो पुलिस के सामने हाजिर हो जाए। धोखे में भागे हो तो पकड़ लेगी पुलिस। हम तो कहते हैं कि उसका एंकाउंटर कर दिया जाए।” वहीं, पिता ने बताया, “मुझे इस बात की जानकारी नहीं है। हम दवा खाकर बीमार पड़े थे। हमें न सुनाई देता है। न ही दिखाई देता है।”

कौन है विकास दुबे?: कानपुर में जिस कुख्यात अपराधी विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला किया गया उसने रियल एस्टेट का कारोबार किया और जिला स्तर का चुनाव जीता। कानपुर के पास बिकरू गांव में हुई मुठभेड़ के कुछ ही घंटों बाद विकास दुबे की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी, जिसमें वह एक कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार के एक मंत्री के साथ दिखाई दे रहा है। कांग्रेस ने दावा किया कि यह राजनीतिक संरक्षण दर्शाता है।

इसके अलावा, एक अन्य तस्वीर में दुबे जिला पंचायत के चुनाव में अपनी पत्नी रिचा दुबे के लिए वोट मांगते हुए पोस्टर में दिखाई दे रहा है। यह चुनाव रिचा जीती थीं और बिकरू गांव इसी जिला पंचायत के अंतर्गत आता है। अधिकारियों के मुताबिक, वर्ष 2000 में दुबे ने जेल में रहते हुए खुद भी जिला पंचायत चुनाव में शिवराजपुर सीट से जीत हासिल की थी। उस दौरान वह हत्या के मामले में जेल में बंद था। दुबे के खिलाफ करीब 60 आपराधिक मामले चल रहे हैं।