कानपुर से बीजेपी सांसद सत्यदेव पचौरी पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का नाम ही भूल गए। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सांसद सत्यदेव पचौरी ने कहा कि क्या नाम है उनका मृत्यु हो गई उनकी। उनके यह कहते ही सभी कार्यकर्ता उन्हें हैरानी से देखने लगे। जब सांसद को उनका नाम याद नहीं आया तो वो नीचे देखने लगे। जब किसी ने पीछे से बताया कि उनका नाम सुषमा स्वराज था, तब सांसद नाम बोल पाए।

अनुच्छेद 370 हटने के बाद कानपुर सांसद सत्यदेव पचौरी पहली बार कानपुर आए थे। उनके आगमन की खुशी पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मिठाई वितरण और आतिशबाजी का कार्यक्रम रखा था। कार्यक्रम में पहुंचे सत्यदेव पचौरी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। माइक लेकर वो अनुच्छेद 370 के विषय में संसद भवन में हुई बहस के संबंध में बता रहे थे। इसी दौरान उन्होंने कहा कि संसद में अनुच्छेद 370 को हटाने की मांग सबसे पहले ’श्रीमती… क्या नाम है उनका मृत्यु हो गई उनकी।’ जब किसी कार्यकर्ता ने बताया कि सुषमा स्वराज। तो उन्होंने कहा, ‘यह मांग सुषमा स्वराज जी ने की थी। जब लोकसभा में अनुच्छेद 370 का प्रस्ताव पास हुआ तो उन्होंने ट्वीट भी किया था कि मैं इसी क्षण को सुनने के लिए जिंदा हूं।’

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सांसद सत्यदेव पचौरी ने बीएसपी सुप्रीमो मायावती पर तंज कसते हुए कहा, ‘मायावती ने इसलिए अनुच्छेद 370 का समर्थन किया है कि अनुसूचित जाति को आरक्षण का लाभ मिलेगा। अभी तक आरक्षण वहां लागू नहीं था। भारत की संसद कोई भी कानून पास करती थी वो जम्मू-कश्मीर में लागू नहीं होते थे। अब वो कानून लागू होंगे, आयुष्मान भारत योजना वहां लागू होगी। सपा द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन पर बोलते हुए कहा कि ये सब झूठ बोल रहे हैं, घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं सरकार को बदनाम करने के लिए। इनका जातिवाद का हथकंडा खत्म हो गया है।’