मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से करने संबंधी बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के बयान वाला मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बॉलीवुड अभिनेत्री पर विवादित बयान देने वाले शिवनेता नेता संजय राउत ने अब कहा है कि कंगना महाराष्ट से माफी मांगती हैं तो वो भी इसके बारे में सोचेंगे। राज्यसभा सांसद ने रविवार (6 सितंबर, 2020) को कहा कि ‘अगर वो लड़की (कंगना रनौत) महाराष्ट्र से माफी मांगेगी तब में इसके (माफी) बारे में सोचूंगा। वो मुंबई को मिनी पाकिस्तान कहती हैं। क्या अहमदाबाद के बारे में ऐसा कहने की उनमें हिम्मत है?’
दोनों के इस विवाद में अब महाराष्ट्र में शिवसेना की सहयोगी कांग्रेस भी कूद गई है। पार्टी नेता संजय निरुपम ने ट्वीट कहा कि कंगना रनौत ने मुंबई पर जो टिप्पणी की, वो हम सबको अमान्य है। उसकी सबने निंदा की। उन्होंने आगे कहा, ‘मगर शिवसेना ने छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम लेकर कंगना को हरामखोर कहा, ये शिवसेना की नीचता है। उनके नाम पर सरेआम गाली-गलौज करना महाराज का अपमान है। सरकार में बैठे लोगों को इस आचरण की निंदा करनी चाहिए।’
कंगना रनावत ने मुंबई पर जो टिप्पणी की,वह हम सबको अमान्य है।उसकी सबने निंदा की।
मगर शिवसेना ने छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम लेकर कंगना को हरामखोर कहा,यह शिवसेना की नीचता है।
उनके नाम पर सरेआम गाली-गलौज करना महाराज का अपमान है।
सरकार में बैठे लोगों को इस आचरण की निंदा करनी चाहिए।— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) September 6, 2020
दरअसल विवाद तब शुरू हुआ जब हाल में कंगना रनौत ने एक ट्वीट कर कहा था कि मुंबई पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की तरह क्यों लग रहा है? इसमें उन्होंने उस न्यूज रिपोर्ट को भी टैग किया जिसमें राउत के हवाले से कहा गया कि अगर वो मुंबई पुलिस से डरती हैं तो उन्हें मुंबई नहीं आना चाहिए।’ इसके बाद कंगना ने कहा था कि उन्हें ‘बॉलीवुड में ड्रग माफिया’ का पर्दाफाश करने के लिए हरियाणा या हिमाचल प्रदेश पुलिस की सुरक्षा चाहिए। उन्हें मुंबई पुलिस की सुरक्षा स्वीकार नहीं।
वहीं हाल में एक साक्षात्कार में संजय राउत ने कंगना रनौत को ‘हरामखोर लड़की’ कहा था। उनके इस बयान पर खासा विवाद हुआ। बॉलीवुड अभिनेत्री ने भी इसका जवाब दिया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि 2008 में मूवी माफिया ने मुझे सायको घोषित कर दिया। साल 2016 में मुझे पीछा करने वाली चुड़ैल बताया। 2020 में महाराष्ट के मंत्री ने पब्लिकली हरामखोर लड़की का टाइटल दे दिया। ऐसा इसिलए क्योंकि मैंने कहा कि एक मर्डर के बाद मैं मुंबई में असुरक्षित महसूस कर रही हूं, अब असहिष्णुता पर बहस करने वाले योद्धा कहां गए?