केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा ने मध्य प्रदेश की गुना लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। 16 मार्च को चुनाव की तारीखों का ऐलान हुआ था और उसी दिन से आचार संहिता लागू हो गई। इस बीच गुना लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने क्षेत्र में प्रचार कर रहे थे। उन्हें सर्किट हाउस में रात बितानी थी, लेकिन इसके लिए उन्हें रसीद कटवानी पड़ी। जब सिंधिया ने पीडब्ल्यूडी विभाग के खाते में 600 रुपये जमा किए, उसके बाद ही उन्हें सर्किट हाउस में रुकने की अनुमति मिली।
सर्किट हाउस चुनाव आयोग के होता है अधीन
बता दें कि आचार संहिता लागू होते ही सर्किट हाउस चुनाव आयोग के अधीन हो जाता है। ऐसे में अगर किसी भी VIP व्यक्ति को इसमें रुकना होता है तो उसे शुल्क देना पड़ता है। ज्योतिरादित्य सिंधिया रविवार शाम करीब 6:30 बजे सर्किट हाउस में रुकने के लिए पहुंचे थे और उन्होंने 600 रुपये का चालान जमा करवाया। बीजेपी ने जब से सिंधिया को गुना लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है, उसके बाद से ही वह प्रचार में जुट गए हैं। उनके साथ उनके बेटे और पत्नी भी चुनाव प्रचार आने वाले समय में करेंगे।
कांग्रेस का सिंधिया पर बड़ा आरोप
इस बीच कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर आचार संहिता उल्लंघन का आरोप भी लगाया है। कांग्रेस ने सिंधिया पर आरोप लगाया है कि उन्होंने कई नेताओं को सरकारी सर्किट हाउस में बीजेपी की सदस्यता दिलवाई है, जो आचार संहिता का उल्लंघन है।
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि सर्किट हाउस का उपयोग भाजपा कार्यालय की तरह से किया जा रहा है। कांग्रेस का कहना है कि सर्किट हाउस को चुनाव आयोग के आब्जर्वर के रूप में रिज़र्व रखना होता है लेकिन वहां पर सिंधिया समर्थक बैठते हैं।
कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा कि आखिर बीजेपी के लोग क्यों विपक्ष के नेताओं को लालच देकर बीजेपी में शामिल करवा रहे हैं? कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी वाले जबरदस्ती लोगों के गले में भाजपा का पताका डाल रहे हैं। बता दें कि सिंधिया गुना में अलग-अलग समुदाय के नेताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं।