प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हिमाचल प्रदेश में रैली को कवर करने के लिए अब पत्रकारों को चरित्र सत्यापन के लिए प्रमाण पत्र नहीं लाना होगा। पीएम मोदी बुधवार (5 अक्टूबर, 2022) को राज्य के मंडी में एक रैली करने जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने आदेश जारी कर रैली कवर करने के लिए सभी प्राइवेट और सरकारी मीडिया संस्थानों के पत्रकारों को चरित्र प्रमाण लाने के निर्देश दिए थे। प्रशासन के इस आदेश पर विवाद शुरू हो गया था और राजनीतिक दल इसकी निंदा कर रहे थे।

डीजीपी संजय कुंदु ने कहा कि पत्रकारों का स्वागत है और प्रधानमंत्री की रैली कवर करने में हमारा उन्हें पूरा सहयोग रहेगा, किसी भी असुविधा के लिए खेद है।

प्रधानमंत्री की यह रैली 24 सितंबर को होनी थी, लेकिन खराब मौसम के चलते इसे टाल दिया गया था और अब कल प्रधानमंत्री यहां रैली करने जा रहे हैं। इसे लेकर जिला प्रशासन ने एक नोटिफिकेशन जारी कर कहा था कि रैली को कवर करने के लिए पत्रकारों को चरित्र सत्यापन के लिए प्रमाण पत्र भी लाना होगा। इसको दिखाए बिना उन्हें पीएम मोदी की रैली कवर करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह नोटिफिकेशन सिर्फ प्राइवेट प्रिंट, डिजिटल और टीवी मीडिया के लिए ही नहीं बल्कि ऑल इंडिया रोडियो और दूरदर्शन समेत सरकारी मीडिया संस्थानों के लिए भी जारी किया गया था।

नोटिफिकेशन में जिला जनसंपर्क अधिकारी को सभी प्रेस संवाददाताओं, फोटोग्राफरों, वीडियोग्राफरों और दूरदर्शन एवं आकाशवाणी की टीमों की सूची के साथ उनके चरित्र सत्यापन प्रमाण पत्र भी देने को कहा गया था। इसमें यह भी कहा गया था कि चरित्र सत्यापन का प्रमाण पत्र पुलिस उपाधीक्षक, सीआईडी, बिलासपुर के कार्यालय द्वारा दिया जाएगा।

जिला प्रशासन के इस आदेश को लेकर विपक्षी दलों ने सवाल खड़े किए थे। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने इसकी निंदा की थी। आप के प्रवक्ता पंकज पंडित ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा कि पत्रकारिता के 22 सालों के अपने करियर में उन्होंने पहली बार इस तरह की विचित्र अधिसूचना देखी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पहली बार हिमाचल प्रदेश का दौरा नहीं कर रहे हैं। प्रशासन की तरफ से चरित्र प्रमाण पत्र की मांग अपमानजनक है और मीडिया की गतिविधियों पर अंकुश लगाने का एक प्रयास है।

हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता नरेश चौहान ने कहा कि यह मांग मीडिया की आजादी के खिलाफ है। वहीं, डीपीआरओ कुलदीप गुलेरिया ने कहा कि यह सभी के लिए अनिवार्य है।