सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक और माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को शुक्रवार को मऊ की एमपी-एमएलए कोर्ट से जमानत मिल गई। दरअसल विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव प्रचार के वक्त अब्बास अंसारी, उनके भाई उमर अंसारी और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ पुलिस ने आचार संहिता उल्लंघन के मामले में केस दर्ज किया था।
अब्बास अंसारी कई दिनों से फरार चल रहे थे। शुक्रवार को उन्होंने मऊ की एमपी एमएलए कोर्ट में सरेंडर किया और उसके बाद कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी। जमानत मिलने के बाद अब्बास अंसारी ने अपनी सुरक्षा को लेकर भी बात की और कहा कि उन्हें एक भी सरकारी गनर नहीं मिला है। अब्बास अंसारी ने कहा कि मेरे, मेरे भाई और मेरे चाचा के खिलाफ पुलिस ने आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया था। लेकिन अब हाईकोर्ट ने प्रोसिडिंग पर स्टे लगा दिया है और सरकार को नोटिस भी जारी किया है।
अपनी पार्टी के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर के बीजेपी के साथ जाने की अटकलों को लेकर अब्बास अंसारी ने कहा, “ओमप्रकाश राजभर जी हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और वह कहीं नहीं गए हैं। उन्हें सरकार ने सुरक्षा दी है क्योंकि उनकी जान को खतरा है। जहुराबाद में भी उनके ऊपर हमला हुआ था। मैं सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी में हूं और विधायक हूं।”
अब्बास अंसारी ने मुलायम सिंह यादव के निधन को लेकर कहा, “देश ने एक ऐसा नेता खोया है जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती। वह हमारे गार्जियन रहे हैं। अब उनकी पार्टी मजबूत होगी या नहीं, यह उनकी पार्टी के लोग बताएंगे। इस पर कुछ बोलने के लिए मैं अधिकृत नहीं हूं।”
बता दें कि बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने आर्म्स एक्ट के मामले में अब्बास अंसारी को राहत दी थी और उनकी गिरफ्तारी पर चार हफ्तों तक रोक लगाई थी। आर्म्स एक्ट मामले में यूपी पुलिस की कई टीमें अब्बास अंसारी की तलाश चल कर रही थी और वह 55 दिनों से फरार थे। लेकिन जैसे ही सुप्रीम कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगाई, उसके बाद अब्बास सैफई में मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देने पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने अखिलेश यादव से भी मुलाकात की थी।
