Joshimath Demolitions Hindi News : उत्तराखंड (Uttarakhand) के जोशीमठ (Joshimath) में घरों में आए दरारों के बीच SDRF, NDRF की टीमों ने मोर्चा संभाल लिया है। बता दें कि जोशीमठ में अबतक 678 घरों में दरारें देखी गई हैं। संकट जैसे हालात में कई परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है। प्रशासन ने बताया कि अबतक 87 घरों के लोगों को शिफ्ट किया गया है।
वहीं जोशीमठ मामले में कांग्रेस (Congress) की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने केंद्र सरकार से अपील की वो लोगों की मदद करे। उन्होंने ट्वीट में लिखा, जोशीमठ के हालात बेहद ही चिंताजनक हैं। केंद्र और राज्य सरकार को प्राथमिकता देते हुए जोशीमठ में रहने वालों की बात सुनकर उन्हें समुचित मदद करनी चाहिए।
प्रियंका गांधी ने कहा कि पहाड़ों पर हो रहे जो विकास कार्य हो रहे हैं, उसके लिए स्थानीय लोगों की आवाज सुनना और टिकाऊ विकास की राह तैयार करना बहुत जरूरी है।
मालूम हो कि मंगलवार (10 जनवरी) को राज्य के गवर्नर लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (Gurmeet Singh) (सेवा नि) से सीएम पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने राजभवन में मुलाकात की। मुलाकात में मुख्यमंत्री से राज्यपाल ने जोशीमठ संकट को लेकर ताजा स्थिति पर जानकारी ली। मुख्यमंत्री धामी ने जोशीमठ में भू धंसाव क्षेत्र में चल रहे राहत और बचाव कार्यों और नागरिकों की सुरक्षा के राज्य सरकार लिए उठाए गए कदमों की विस्तृत जानकारी दी।
बता दें कि जोशीमठ संकट का मामला सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंचा है। हालांकि 10 जनवरी 2023 को सर्वोच्च अदालत (Supreme Court) ने मामले पर तुरंत सुनवाई से इनकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि जरूरी मसलों पर काम करने के लिए देश में चुनी हुई सरकारें भी हैं। सुप्रीम कोर्ट इस मसले पर 16 जनवरी को सुनवाई करेगी।
Joshimath: जोशीमठ में 678 भवनों पर रेड क्रॉस लगाए गए हैं। वहीं आर्मी अलर्ट पर है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है।
MoS डिफेंस अजय भट्ट ने कहा कि लोगों ने अपनी मेहनत की कमाई से घर बनाए हैं लेकिन अब उन्हें ये छोड़ने पड़ रहे हैं। हमारी प्राथमिकता है कि सभी सेफ रहें। पीएम लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। अधिकारी वहां तैनात हैं, आर्मी को अलर्ट किया गया है। जानवरों के लिए शेल्टर बनाए जा रहे हैं।
उत्तराखंड के डीजीपी ने कहा कि अभी तक 678 इमारतें असुरक्षित पाई गई हैं। बहुत लोगों ने घर खाली कर दिए हैं और प्रक्रिया अभी जारी है। SDRF की 8 टीमें, एनडीआरएफ की 1 टीम, PAC की एक एक्स्ट्रा कंपनी और पुलिस अधिकारी वहां मौजूद हैं। अगर जरूरत पड़ी तो कुछ जगहों को सील किया जाएगा। एरिया की साइंटिफिक स्टडी की जा रही है।
जोशीमठ में लोग NTPC से संबंधित निर्माण कार्यों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
जोशीमठ में प्रशासन ने असुरक्षित घरों के बाहर क्रॉस का चिन्ह बनाया है। इन घरों को लोग छोड़कर जा रहे हैं। अपने घरों को छोड़ने पर लोग दुखी हैं। जोशीमठ की एक नागरिक बिंदु ने कहा, "यह मेरी मां का घरा है। 19 साल की उम्र में मेरी शादी हुई थी। मेरी मां 80 साल की हैं। मेरे एक बड़े भाई भी हैं। हमने इस घर को बहुत मेहनत करके बनाया है। हम यहां 60 सालों से रह रहे हैं लेकिन अब यह सब खत्म हो रहा है।"
MoS डिफेंस अजय भट्ट जोशीमठ पहुंच गए हैं। जोशीमठ में मौजूद आर्मी बेस पर उनकी स्थानीय प्रशासन से बातचीत चल रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने जोशीमठ मामले में तुरंत सुनाई से इनकार कर दिया है। इस मामले की सुनवाई 16 जनवरी को करेगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि जरूरी नहीं है कि हर जरूरी चीज सर्वोच्च अदालत तक पहुंची। इस देश में लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए संस्थान काम कर रहे हैं।
Joshimath Live Updates : मलारी इन होटल के मालिक ठाकुर सिंह राणा ने बताया कि अगर होटलों को लोगों के हित में गिराया जा रहा है तो मैं सरकार और प्रशासन के साथ हूं, फिर चाहे मेरे होटल में मामूली दरारें ही क्यों न हों। लेकिन मुझे नोटिस दिया जाना चाहिए था और इसकी कीमत आंकी जानी चाहिए थी। उन्होंने कहा, "मैं मूल्यांकन के लिए आग्रह करता हूं, मैं जाऊंगा।"
SDRF के कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने बताया कि इन होटलों को गिराना जरूरी है क्योंकि यहां आसपास कई घर और होटल हैं। अगर ये और ज्यादा धंस गए तो ये गिर भी सकते हैं। इसलिए एक्सपर्ट इसे तोड़ना चाहते हैं।
SDRF के कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने बताया कि जिन दो होटलों को गिराया जाना है,उनमें से आज मलारी इन को चरणबद्ध तरीके तोड़ा जाएगा। सबसे पहले टॉप पोर्शन को तोड़ा जाएगा। इन दोनों होटलों को इसलिए तोड़ा जा रहा है क्योंकि ये दोनों होटल टेढ़े हो गए हैं और धंसने की वजह से एक दूसरे के बेहद करीब आ गए हैं।
जोशीमठ में होटलों को गिराने के लिए SDRF की टीम तैयार हैं। लाउडस्पीकरों के जरिए अनाउंसमेंट कर लोगों से सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए कहा जा रहा है।
चमोली के डीएम ने बताया कि जिन इमारतों को असुरक्षित पाया गया है उन्हें खाली करवा लिया गया है और उन इमारतों के आसपास बफर जोन भी बनाया गया है। आज रुड़की से CBRI की एकट टीम आएगी और यह पता लगाएगी कि किन इमारतों को गिराने की जरूरत है।
जोशीमठ में चिंताजनक हालातों के बीच उत्तराखंड के चमोली जिले की कुछ इमारतों में दरारे आने की खबर है। न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार, बहुगुणा नगर की कर्णप्रयाग नगर पालिका के कुछ घरों में दरारे आई हैं।
जोशीमठ में आज होटल मलहारी इन और होटल माउंट व्यू गिराए जाएंगे। इस इलाके को प्रशासन ने असुरक्षित जोन घोषित कर दिया है।
जोशीमठ के एक निवासी मनमोहन सिंह रावत ने बताया कि प्रशासन 15-20 परिवारों की सुरक्षा के लिए इन होटलों को गिरा रहा है। हमारे घर तोड़े जा चुके हैं।
उत्तराखंड का जोशीमठ शहर इन दिनों चर्चाओं में है। जोशीमठ शहर की सैकड़ों इमारतों में दरारे आई गई हैं। ये दरारे बढ़ती ही जा रही हैं। जोशीमठ की तमाम इमारतों में आ रही दरारों को लेकर पिछले कुछ दिनों से स्थानीय प्रशासन हरकत में आया है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहर का दौरा कर चुके हैं। वह लगातार शहर के हालातों का जायजा ले रहे हैं। जोशीमठ शहर में बड़ी संख्या में लोगों को असुरक्षित इलाकों से निकाला गया है। कुछ और लोगों को जल्द ही यहां से रेस्क्यू कर लिया जाएगा।