जेएनयू नारेबाजी मामले के चौथे आरोपी आशुतोष ने भी शनिवार को पुलिस के सामने समर्पण कर दिया। दिल्ली की एक अदालत ने राजद्रोह के मामले में गिरफ्तार जेएनयू छात्रों-उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य की पुलिस रिमांड दो दिन और बढ़ा दी। पुलिस ने अदालत की संक्षिप्त सुनवाई के बाद कहा कि मामले में गिरफ्तारी पूरी नहीं हुई है और मामले की तफ्तीश में फिलहाल इन दोनों से पूछताछ व मिलान जरूरी है। ये दोनों तीन दिन की रिमांड पर थे। रिमांड खत्म होने के बाद पुलिस ने इन्हें मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जहां से ये पूछताछ के लिए दो दिन और रिमांड पर सौंप दिए गए।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि आशुतोष को समन भेजा गया था कि वे खुद आरकेपुरम थाने में पेश हों। यहीं खालिद और भट्टाचार्य से मौजूदा पूछताछ चल रही है। आशुतोष, आइसा से हैं और जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष रह चुके हैं। अन्य दो छात्र रामा नागा और अनंत कुमार को अभी तक पुलिस की ओर से कोई समन नहीं मिला है। उन्होंने पहले कहा था कि वे पुलिस के साथ जांच में सहयोग करने को तैयार हैं।

बता दें कि वसंत कुंज थाने में गुरुवार को भादंसं की धारा 124 ए (देशद्रोह) और 120 बी (आपराधिक षड्यंत्र) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसमें कन्हैया कुमार के अलावा उमर खालिद, अनंत प्रकाश, रामा नागा, आशुतोष और अनिर्बान शमिल थे। अन्य दो छात्र रामा नागा और अनंत कुमार को अभी तक पुलिस की ओर से कोई समन नहीं मिला है। उन्होंने पहले कहा था कि वे पुलिस के साथ जांच में सहयोग करने को तैयार हैं। आशुतोष कन्हैया कुमार से पहले जेएनयू छात्र संगठन के अध्यक्ष थे।