पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करने वाले जेएनयू छात्र उमर खालिद और अनिर्बन भट्टाचार्य से पांच घंटे तक पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘गिरफ्तार किए जाने से पहले उनसे कम से कम पांच घंटे तक पूछताछ की गई। इस दौरान उनसे पूछा गया कि देशद्रोह मामला के संबंध में पुलिस जब उन्हें तलाश रही थी तब वे कहां थे, उनका ठिकाना कहां था।’’ गौरतलब है कि इसी संबंध में जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार को गिरफ्तार किया गया।

पुलिस ने उनसे यह भी पूछा कि संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू को फांसी दिए जाने के विरोध में नौ फरवरी को आयोजित कार्यक्रम के वे दोनों मुख्य आयोजक थे या नहीं और वहां कथित रूप से लगाए गए भारत विरोधी नारों में वे शामिल थे या नहीं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस तीन और छात्रों के आत्मसमर्पण के इंतजार में है।

12 फरवरी से लापता चल रहे ये दोनों छात्र बीते रविवार को जेएनयू परिसर लौट आए और बीती रात वे विश्वविद्यालय के प्रशासनिक खंड से मुख्य द्वार आकर दिल्ली पुलिस के वाहन में बैठ गए, जहां से उन्हें किसी अज्ञात जगह ले जाया गया। कुमार, खालिद और भट्टाचार्य के अलावा अन्य छात्रों में रामा नागा, आशुतोष कुमार और अनंत प्रकाश शामिल हैं। दिल्ली पुलिस ने 20 फरवरी को खालिद, भट्टाचार्य, नागा, आशुतोष और प्रकाश के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था।