झारखंड की हेमंत सोरेन की सरकार ने पुलिसकर्मियों की छुट्टियों के लेकर बड़ा फैसला किया है। सरकार हर साल 20 दिन की क्षतिपूर्ति छुट्टी देने जा रही है। सरकार के इस फैसले से हजारों पुलिसकर्मियों को फायदा होगा। इसकी मांगी काफी समय से पुलिसकर्मियों द्वारा की जा रही थी।

मिली जानकारी के अनुसार झारखंड पुलिस में कार्यरत पुलिस निरीक्षक से लेकर चतुर्थ वर्ग तक के कर्मचारी, सरकार के इस फैसले का लाभ उठा सकते हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को इस संबंध में एक प्रस्ताव मंत्रिमंडल को भेजने की स्वीकृति दे दी है। मंत्रिमंडल की मंजूरी मिलते ही आगे की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

झारखंड सरकार के आधिकारिक प्रवक्ता ने इस मामले पर और जानकारी देते हुए कहा- “मुख्यमंत्री सह गृहमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड पुलिस में पुलिस निरीक्षक से लेकर चतुर्थ वर्ग तक के कर्मचारियों को प्रत्येक वर्ष 20 दिनों के क्षतिपूर्ति अवकाश की सुविधा बहाल करने के लिए मंत्रिमंडल में प्रस्ताव भेजने की आज स्वीकृति प्रदान की है”।

बता दें कि पिछले साल अप्रैल में सरकार ने राज्य पुलिस के इन जवानों से 20 दिनों की क्षतिपूर्ति छुट्टी वापस ले ली थी, इसकी जगह पर हर साल एक महीने का अतिरिक्त वेतन देने का फैसला किया गया था। पिछले वर्ष पुलिस महानिदेशक कार्यालय से जारी आदेश में कहा गया था- “झारखंड पुलिस के चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों के साथ ही आरक्षी, हवलदार, सहायक अवर निरीक्षक, अवर निरीक्षक और निरीक्षक को एक महीने का वेतन (मूल वेतन एवं मंहगाई भत्ता के बराबर) दिया जाएगा। इसका लाभ पाने वाले कर्मियों और अधिकारियों को पहले से दी जा रही क्षतिपूर्ति छुट्टी की सुविधा मान्य नहीं होगी।”

यह एक महीने का यह अतिरिक्त वेतन पुलिसकर्मियों को अवकाश में काम करने, त्योहार के दिनों में ड्यूटी करने और समय से ज्यादा काम करने के बदले में दिया जा रहा था। हालांकि राज्य सरकार के इस फैसले से पुलिसकर्मी खुश नहीं थे, जिसके बाद अब हेमंत सोरेन सरकार ने अपने ही फैसले को बदलकर, पुरानी व्यवस्था को फिर से बहाल करने का फैसला किया है।