रांची में शुक्रवार (10-06-2022) को हुई हिंसा में बिहार सरकार में मंत्री नितिन नवीन पर भी हमला हुआ। हिंसा के दौरान उपद्रवियों द्वारा उनकी गाड़ी के सकड़ पर घेर लिया था। ईट,पत्थर और रॉड से हमला किया गया था, जिसके कारण उनकी गाड़ी के शीशे टूट गए। उन्होंने गाड़ी की सीट के नीचे छिपकर किसी तरह बचाई। ड्राइवर ने समझदारी का परिचय का देते हुए गाड़ी को भीड़ से निकाला और मंत्री नितिन नवीन की जान बचाई।

पूरी घटना पर संवादाताओं से बातचीत करते हुए बिहार सरकार में पथ निर्माण मंत्री और भाजपा नेता नितिन नवीन ने कहा, “हमलोग अपने होटल में थे, तभी हमने सुना कि शुक्रवार की नमाज के बाद प्रदर्शन हो रहे हैं। दोपहर तीन बजे के बाद हमें पता चला कि स्थिति नियंत्रण में है इसलिए हमलोग अपने घर लौटने के लिए से वहां से निकल गए।”

आगे बताया कि जैसी उनकी कार जब मुख्य सड़क से गुजर रही थी तभी कहीं से अचानक आए हजारों लोगों ने उनकी कार को चारों तरफ से घेर लिया। भीड़ के कारण पुलिस की ओर से मिली स्कॉट की गाड़ी भी आगे निकल गई और उपद्रवियों ने उनकी कार पर हमला बोल दिया। ईट,पत्थर और रॉड से गाड़ी पर हमला किया और उनकी गाड़ी में तोड़ फोड़ की।

मंत्री नवीन ने बताया कि जब पुलिस की गाड़ी भीड़ के कारण आगे निकल गई तब उनके ड्राइवर ने सूझ-बूझ का परिचय दिया और धीमे-धीमे चलाते हुए अलग- अलग रास्तों से गाड़ी को भीड़ से निकाला। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भीड़ ने उनकी गाड़ी का मोटर साइकिल से भी पीछा करने की कोशिश की लेकिन बाद में पुलिस ने उनमें से एक को गिरफ्तार भी किया।

नवीन ने कहा, “कल्पना कीजिए कि आप लोहे की छड़ों, ईंटों और हथियारों से लैस हजारों लोगों से घिरे हुए हैं। मैं भीड़ की आक्रामकता को कभी नहीं भूलूंगा और किस तरह हम अपनी जान बचा सके। इस बीच उन्होंने भीड़ को काबू करने के लिए झारखंड सरकार पर भी पर्याप्त पुलिसबल न तैनात करने के आरोप लगाए।