Jharkhand IAS: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गुरुवार (1 दिसंबर, 2022) को झारखंड की निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल (Pooja Singhal) की रांची में 82.77 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियों को अस्थाई रूप से अटैच किया है। संपत्तियों में एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, एक डायग्नोस्टिक सेंटर और रांची में दो भूमि भूखंड शामिल हैं।

जांच एजेंसी ने कहा कि ईडी ने झारखंड पुलिस और सतर्कता ब्यूरो झारखंड द्वारा दर्ज कई प्राथमिकियों के आधार पर सिंघल के खिलाफ धनशोधन की जांच शुरू की थी। ईडी ने एक बयान में कहा, ‘जांच से पता चला है कि मनरेगा घोटाले से आई आय कमीशन के रूप में पूजा सिंघल और उनके रिश्तेदारों के विभिन्न बैंक खातों में जमा की गई थी।

निलंबित IAS अधिकारी पूजा सिंघल को खूंटी जिले में मनरेगा फंड के कथित गबन और कुछ अन्य संदिग्ध वित्तीय लेनदेन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया गया था। सिंघल 16 फरवरी, 2009 और 19 जुलाई, 2010 के बीच खूंटी के उपायुक्त (डीसी) के रूप में तैनात थी। ईडी ने बीते पांच मई को पूजा सिंघल के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान ईडी ने भारी मात्रा में नकद बरामद किया था।

ईडी ने पूछताछ के बाद सिंघल को गिरफ्तार किया था

इसके बाद ईडी ने पूजा सिंघल से पूछताछ की और सिंघल को गिरफ्तार कर लिया था। ईडी ने पूजा के पति अभिषेक कुमार झा, चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार सिंह के अलावा खूंटी जिले के इंजीनियरों और अधिकारियों राम बिनोद प्रसाद सिन्हा, जय किशोर चौधरी, शशि प्रकाश और राजेंद्र कुमार जैन के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ईडी से पूछताछ में पूजा सिंघल के सहयोगी और सीए सुमन सिंह ने स्वीकार किया है कि उसने कई बार पल्स हॉस्पिटल के लिए फर्जी बिल बनाकर दिए थे।

2011 में हुई पूजा सिंघल की अभिषेक झा से शादी

पूजा सिंघल और अभिषेक झा की शादी जून 2011 में हुई थी। ईडी को यह जानकारी मिली है कि शादी के पहले पूजा सिंघल अपने ही बैंक खाते में अवैध तरीके से अर्जित राशि को जमा करती थी, लेकिन शादी के बाद वह इस राशि को अपने पति के खाते में जमा करने लगी। बता दें, पूजा का जन्म और पालन-पोषण देहरादून में हुआ। उन्होंने देहरादून के गढ़वाल विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया और उसके बाद यूपीएससी सीएसई की तैयारी शुरू की। मात्र 21 साल की उम्र में पूजा को यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में सफलता मिली।