झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को बड़ी घोषणा की है। उन्होंने ऐलान किया कि उनकी सरकार जल्द ही एससी, एसटी और ओबीसी के लिए राज्य की वृद्धावस्था पेंशन की आयु सीमा 60 वर्ष से घटाकर 50 वर्ष कर देगी। यानी इस कैटेगरी में जो भी 50 साल की आयु को पार कर लेंगे, उन्हें पेंशन मिलने लगेगी। हेमंत सोरेन ने कहा कि बिहार, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और बंगाल जैसे पड़ोसी राज्य वरिष्ठ नागरिकों को 250 रुपये से 300 रुपये की मासिक पेंशन दे रहे हैं लेकिन हम 1,000 रुपये दे रहे हैं।
हेमंत सोरेन ने ग्रैंड अलायंस सरकार के चार साल पूरे होने के अवसर पर रांची में एक कार्यक्रम में कहा, “अब हम एक कदम आगे जा रहे हैं और आदिवासी और दलित लाभार्थियों के लिए आयु सीमा को घटाकर 50 वर्ष कर रहे हैं। वर्तमान में राज्य एक यूनिवर्सल मासिक पेंशन योजना चला रहा है और इसके तहत वरिष्ठ नागरिकों, विकलांग व्यक्तियों, अकेली महिलाओं, विधवाओं को पेंशन मिल रहा है। इसमें लगभग 36 लाख लाभार्थी शामिल हैं।”
इसके अलावा हेमंत सोरेन ने 4,500 करोड़ रुपये की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया। साथ ही उन्होंने लैब टेकनीशियन, प्रशिक्षित ग्रेजुएट शिक्षकों और 300 से अधिक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को एम्प्लॉयमेंट पत्र सौंपे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, “हम आज लगभग 7,000 लाभार्थियों को सरकारी नौकरियां दे रहे हैं।”
हेमंत सोरेन ने झारखंड के दूर-दराज के इलाकों में कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में रसोइयों की भर्ती की योजना का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “दूर-दराज के इलाकों में हमारे बच्चों को अपना भोजन पकाना पड़ता है और उसे कॉलेजों तक ले जाना पड़ता है। वे पढ़ाई के लिए अपना बहुमूल्य समय बर्बाद करते हैं। अब, हम रसोइयों को काम पर रखेंगे ताकि वे अपने संस्थानों में अपना भोजन प्राप्त कर सकें और खाना पकाने के बारे में चिंता न करें।”
हेमंत सोरेन ने कार्यक्रम के बाद X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “हम नौकरी, रोजगार और स्वरोजगार से भी हजारों युवाओं को जोड़ रहे हैं। हजारों युवाओं को सरकारी नौकरी दी गयी है, आज भी दी जा रही है। आने वाले समय में हम और हजारों युवाओं को भी नौकरी देने का काम करेंगे। निजी क्षेत्र में 75% आरक्षण लागू किया गया है। रोजगार मेले से 50 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार दिया गया है। सरकार की नियुक्ति में यहां के गरीब परिवार के बेटे-बेटियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया है।”