यूपी विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार का नाम बदलने का कार्य जारी है। यूपी सरकार ने अब झांसी रेलवे स्टेशन का नाम बदल दिया है। अब से यह स्टेशन वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन के नाम से जाना जाएगा।
योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर कहा है कि यूपी में झांसी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर ‘वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन’ कर दिया गया है। इस संबंध में बुधवार को अधिसूचना जारी कर दी गई है।
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि रेल मंत्रालय से आधिकारिक आदेश मिलते ही मंडल रेल प्रशासन नाम बदलने की विभागीय प्रक्रिया शुरू कर देगा। अभी फिलहाल अगले कुछ दिनों तक झांसी नाम ही रहेगा। इसके तहत स्टेशन कोड में भी बदलाव किया जाएगा। झांसी रेलवे स्टेशन का नाम बदलने का प्रस्ताव तीन महीने पहले गृह मंत्रालय को भेजा गया था।
भाजपा के राज्यसभा सांसद प्रभात झा समेत कई स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने कुछ साल पहले झांसी में हुई रेलवे बैठक में झांसी का नाम रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर रखने की मांग की थी। वहीं इस प्रस्ताव पर हरी झंडी मिलने के बाद झांसी के सांसद अनुराग शर्मा ने कहा कि यह बुंदेलखंड के लोगों के लिए गर्व की बात है। इससे बुंदेलखंड को आर्थिक लाभ भी मिलेगा। प्रदेश में पर्यटन की संभावनाएं बढ़ेंगी।
केंद्र सरकार की तरफ से इस प्रस्ताव को स्वीकार करने के बाद, झांसी रेलवे स्टेशन नाम बदले वाली सूची में सबसे नया हो गया है। झांसी रेलवे स्टेशन 2022 में 133 साल का हो जाएगा। इस स्टेशन की स्थापना 1889 में हुआ था।
इससे पहले, इसी तरह के एक कदम में, योगी आदित्यनाथ सरकार ने फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया है। बीजेपी सरकार ने इससे पहले इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज और मुगलसराय रेलवे जंक्शन का नाम पं दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन कर दिया है।
यूपी के अलावा पूरे देश में नाम बदलने का खेल जारी है। हाल ही में एमपी में स्थित हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम भी बदलकर रानी कमलापति रख दिया गया है।