बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने जाट समुदाय की आरक्षण की मांग का समर्थन करते हुए रविवार को कहा कि विरोधी पार्टियों खासकर हरियाणा की भाजपा सरकार को इस मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए इसे तुरंत लागू करना चाहिए।
मायावती ने यहां जारी एक बयान में कहा कि चाहे कांग्रेस सत्ता में रही हो या फिर भाजपा, दोनों ही पार्टियों की सरकारों ने आरक्षण के मामले में जाट समुदाय के साथ इंसाफ नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा की भाजपा सरकार भी जाटों के साथ वही कर रही है जो पिछली कांग्रेस सरकार करती थी। अंतत: हरियाणा के जाट समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग के तहत आरक्षण देने की मांग को लेकर आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
आंदोलनकारियों पर बलप्रयोग और गोलीबारी की निंदा करते हुए मायावती ने कहा कि जाट समुदाय के लोगों के मन में हरियाणा सरकार के प्रति बेहद आक्रोश है और वे अब ज्यादा समय तक आश्वासन के सहारे नहीं जीना चाहते। उन्होंने यह भी अपील की कि वे अपने इस जन-आंदोलन के हित में शुरू इस संघर्ष को योजनाबद्ध, अनुशासित और शांतिपूर्ण तरीके से चलाते रहें, ताकि उनके आंदोलन को मिलने वाले समर्थन का दायरा और भी व्यापक हो सके।
गौरतलब है कि हरियाणा में आरक्षण की मांग को लेकर जारी जाट आंदोलन के हिंसक होने के बाद कई हिस्सों में स्थिति आज भी तनावपूर्ण बनी हुई है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सहित कई राजनीतिक नेताओं की शांति की अपील के बावजूद राज्य के विभिन्न हिस्सों में हिंसा और आगजनी की घटनाएं घटी।