हरियाणा में आंदोलन कर रहे जाटों की ओर से बनाए गए दबाव के बीच सरकार ने रविवार को एक केंद्रीय मंत्री के नेतृत्व में समिति बनाने का एलान किया जो सरकारी नौकरियों में इस समुदाय के आरक्षण की मांग पर गौर करेगी। राज्य में इस आंदोलन से जुड़ी हिंसा में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। आंदोलनरत जाटों के दबाव के आगे झुकते हुए भाजपा ने रविवार को घोषणा की कि जाटों को ओबीसी का दर्जा प्रदान करने के लिए हरियाणा विधानसभा के आगामी सत्र में एक विधेयक लाया जाएगा और केंद्रीय नौकरियों में समुदाय के लिए आरक्षण की मांग पर गौर करने के लिए एक उच्चस्तरीय समिति स्थापित की जाएगी। भाजपा महासचिव और हरियाणा प्रभारी अनिल जैन ने जाटों से अपना आंदोलन वापस लेने तथा अपने घरों को लौटने की अपील की क्योंकि उनकी मांगें पूरी हो गयी हैं। जाटों के आंदोलन से क्षेत्र में जनजीवन प्रभावित हुआ है।

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली में कहा कि केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू की अगुआई में समिति का गठन किया गया है जो केंद्र सरकार की नौकरियों में जाटों के लिए आरक्षण की मांग पर गौर करेगी।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं मौजूदा प्रदर्शन के संदर्भ में चीजें स्पष्ट करना चाहता हूं। अभी हमने एक समिति का गठन किया है जिसकी अध्यक्षता हमारे वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री वेंकैया नायडू करेंगे। समिति से कहा गया है कि वह मुद्दे के समाधान के लिए वह जल्द से जल्द समग्र रिपोर्ट दायर करे।’ गृह मंत्री ने कहा, ‘मैं हरियाणा के लोगों से अपील करता हूं कि शांति बनाए रखें।’ हरियाणा से हिंसा की कुछ ताजा घटनाओं की खबर है, हालांकि केंद्र सरकार के आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारियों ने कई स्थानों से नाकेबंदी खत्म करनी शुरू कर दी है।

देर शाम आई खबरों के अनुसार यमुनानगर में सहारनपुर-अंबाला राजमार्ग, पोओंटा साहिब-यमुनानगर, अंबाला-कैथल, सहारनपुर-पीपली-कुरुक्षेत्र, जीरकपुर-परवानू तथा लाडवा-शाहबाद राजमार्गों से नाकेबंदी हटाई जा रही है। कैथल सहित कुछ शहरों में स्थिति सामान्य हो रही है और अधिकारियों को दिल्ली में आज के घटनाक्रम के बाद हरियाणा में कल हालात में सुधार होने की उम्मीद है।
हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) पीके दास ने रविवार को कहा कि जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान भड़की हिंसा में आज दो और लोगों की मौत हो गई। इस तरह से मरने वालों की संख्या 12 हो गई और 150 से अधिक लोग घायल हो गए।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि सोनीपत में मुनक नहर के निकट अकबरपुर-बारोटा में गोलीबारी से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि हांसी में दो समूहों के बीच झड़प में एक व्यक्ति मारा गया।
राज्य सरकार के इस वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रशासन आंदोलनकारियों को अब तक इस बात के लिए मनाने में नाकाम रही है कि वे मुनक नहर से पानी की आपूर्ति बाधित करना खत्म करें। दास ने कहा कि हांसी में जाटों और गैर-जाटों के बीच झड़प हुई जो चिंता का विषय है, लेकिन इस तरह की घटनाएं कुछ चुनिंदा इलाकों में हो रही है।

उन्होंने कहा कि सोनीपत में मुरथल के पास दिल्ली-अंबाला राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुछ ढाबों को नुकसान पहुंचाया गया है। दिल्ली में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर ने कहा, ‘सेना वहां के प्रशासन के साथ काम कर रही है। मुझसे कहा गया है कि सेना कानून-व्यवस्था के हालात कायम रखने में प्रशासन की मदद जारी रखेगी।’ उन्होेंने एक बैठक की अध्यक्षता भी की जिसमें सेना प्रमुख और दूसरे वरिष्ठ रक्षा अधिकारी मौजूद थे। इस बैठक के दौरान रक्षा मंत्री को सैनिकों की तैनाती और उनको आ रही मुश्किलों के बारे में अवगत कराया गया।

दिल्ली में गृह मंत्री राजनाथ सिंह के आवास के बाहर कुछ लोगों का एक समूह जमा हुआ और उन्होंने केवल जाटों को सरकार की ओर से तवज्जो दिए जाने के बारे में शिकायत की। इन लोगों ने खुद को गैर जाट बताया और कहा कि हरियाणा के अन्य समुदायों की बातों को भी सुना जाना चाहिए। राजनाथ सिंह ने हरियाणा के हालात को लेकर सरकार के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग भी मौजूद थे। सिंह ने विभिन्न एजंसियों से मिल रही जानकारियों पर विचार किया और जल्द से जल्द हालात सामान्य बनाने के लिए सभी कदम उठाने का निर्देश दिया।

बैठक में प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा, गृह सचिव राजीव महर्षि, खुफिया ब्यूरो के निदेशक दिनेश्वर शर्मा, वायुसेना के उप प्रमुख एयर मार्शल बी एस धनोवा और दिल्ली पुलिस आयुक्त बीएस बस्सी शामिल हुए। इस बीच आगजनी और हिंसा की ताजा घटनाओं से राज्य दहला रहा। नौ नगरों में कर्फ्यू लगाया जा चुका है। गृह मंत्री ने एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कर स्थिति का समाधान निकालने के रास्तों पर विचार विमर्श किया। इस प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री संजीव कुमार बालियान, भाजपा सांसद एवं मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त सत्यपाल सिंह एवं हरियाणा के मंत्री अभिमन्यु शामिल थे।

दिल्ली से हरियाणा के रास्ते उत्तर भारत जाने वाले रेल एवं सड़क मार्ग बाधित रहे। बढ़ते वायु किरायों को देखते हुए एयरलाइनों ने चंडीगढ एवं अमृतसर के लिए आज अतिरिक्त उड़ानें घोषित कीं। रविवार को कैथल नौवां शहर बन गया, जहां कर्फ्यू लगाया गया। इससे पहले रोहतक, भिवानी, झज्जर, जींद, हिसार, हांसी, सोनीपत के कस्बे गोहाना में कर्फ्यू लगाया गया है।