Janmashtami 2024: मध्य प्रदेश की बीजेपी शासित मुख्यमंत्री मोहन यादव की सरकार ने आदेश दिया है कि प्रदेश के सभी स्कूल कॉलेजों में जन्माष्टमी मनाने का आदेश दिया है। बीजेपी सरकार के उस आदेश को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है। कांग्रेस ने सरकार के इस फैसले का विरोध करते हुए कहा कि शिक्षण संस्थान पढ़ाई का केंद्र हैं, इसे केवल शिक्षा के लिए ही रहने देना चाहिए।

दरअसल, मध्य प्रदेश में राज्य सरकार ने आदेश दिया कि सभी स्कूल-कॉलेजों में जन्माष्टमी का उत्सव हो। इसको लेकर 21 अगस्त को सभी डिविजनल कमिश्नर्स और जिला कलेक्टरों को जारी आदेश में कहा गया कि 26 अगस्त को कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर हर जिले में मंदिरों की सफाई के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाए।

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कांग्रेस विधायक ने सरकार के फैसले पर उठाए सवाल

दरअसल, मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने राज्य सरकार के आदेश को लेकर जोर देकर कहा कि शिक्षा के केंद्र केवल पढ़ाई के लिए बने रहने चाहिए। इतना ही नहीं उन्होंने राज्य सरकार से पूछा कि यह सरकार शैक्षणिक संस्थानों को बर्बाद करने में क्यों लगी हुई है। वहीं कांग्रेस के इस विरोध को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने खारिज करते हुए कहा कि राज्य पर भगवान कृष्ण का आशीर्वाद था और त्योहार के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व पर जोर दिया।

कांग्रेस विधायक ने क्यों जताई है आपत्ति?

विधायक इरफान मसूद ने हाल ही में कहा था कि मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि यह सरकार शिक्षण संस्थानों को बर्बाद करने में क्यों लगी हुई है। शिक्षण संस्थान सिर्फ पढ़ाई और अच्छे माहौल के लिए होते हैं। धार्मिक आयोजनों के लिए छुट्टी होती है, जिसे हिंदू और मुस्लिम अपनी इच्छानुसार तरीके से मनाते हैं। हाल ही में, हमने राखी मनाई, और हम जन्माष्टमी के कई कार्यक्रमों में भी शामिल हुए, लेकिन आप इसे (जन्माष्टमी समारोह) शैक्षणिक संस्थानों के लिए अनिवार्य बनाते हैं और दूसरी ओर आप मदरसों पर उंगली उठाते हैं। आप क्या चाहते हैं?

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गौरतलब है कि राज्य की मोहन यादव सरकार ने कृष्ण जन्माष्टमी मनाने को लेकर आदेश दिया था। राज्य सरकार के फैसले को लेकर सीएम मोहन यादव ने कहा कि भगवान कृष्ण ने 5,000 साल पहले शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला था। वे शिक्षा प्राप्त करने के लिए मथुरा से उज्जैन आए। उनकी शिक्षाओं का जश्न मनाने का इससे अधिक शुभ समय क्या हो सकता है?

उन्होंने नारायण, अमझेरा और जानापाव धाम सहित मध्य प्रदेश के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों का भी उल्लेख किया है, जो कि भगवान कृष्ण से जुड़े हैं, और इन क्षेत्रों को तीर्थ स्थलों के रूप में विकसित करने की योजना की घोषणा की थी।