आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने एक वीडियो जारी कर कश्मीर के मुख्यधारा के नेताओं और सुरक्षाबलों को सूचनाएं मुहैया कराने वाले घाटी के लोगों को धमकी दी है। अंग्रेजी अखबार टाइम्स आॅफ इंडिया के हवाले से बताया गया कि जैश की तरफ से यह धमकी भरा वीडियो उस समय जारी किया गया है, जब अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी ने पाकिस्तान को कश्मीरियों का दोस्त और भारत को कब्जेदार बताया है। सात मिनट के इस वीडियो में चेहरे पर नकाब पहने हुए और कंधे पर एके-47 लटकाए हुए एक आतंकी गत 8 जुलाई को घाटी में सेना के साथ मुठभेड़ में मारे गए हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की तारीफ करते हुए उसे ‘शहीद-ए-मिलात’ बता रहा है। आगे वह धमकी देते हुए कहता है कि लड़ाके अपने अंतिम लक्ष्य के लिए हिंसक ‘आंदोलन’ शुरू करेंगे।
आतंकी संगठन की ओर से जारी इस वीडियो में धमकी दी गई है, ‘हमारी ओर से भारत समर्थक नेताओं और युवाओं के लिए यह आखिरी चेतावनी है, जो पुलिस और आर्मी के लिए काम करते हैं। ये मत सोचो कि हमें तुम्हारे नाम और पते मालूम नहीं हैं।’ आगे इस वीडियो में दिख रहा आतंकी कुछ लोगों के नाम और पते बताता है और उन्हें निशाना बनाने की धमकी देता है। वह इन लोगों को धमकाते हुए कहता है कि तुम लोग अल्लाह से माफी मांगकर और हमारे उद्देश्य में शामिल होकर बच सकते हो। इससे पहले आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने भी हाल ही में एक वीडियो जारी कर अलगाववादियों से भारत समर्थक कश्मीरी नेताओं और घाटी के लोगों को जान से मारने के लिए कहा था।
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बारामूला के एसएसपी इम्तियाज हुसैन मीर ने अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि आतंकियों ने यह वीडियो फेसबुक पर जारी किया है और कई वॉट्सऐप ग्रुप्स में इसे शेयर किया जा रहा है। मीर ने बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस के पास वीडियो में दिख रहे आतंकी के बारे में सूचना है। मीर ने ही वीडियो में दिख रहे नकाबपोश व्यक्ति की पहचान जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी के तौर पर की है। गौरतलब है कि जैश-ए-मोहम्मद मौलाना मसूद अजहर के नेतृत्व वाला वही आतंकी संगठन है जिसने 2001 में संसद भवन पर हमले को अंजाम दिया था। इसके अलावा कश्मीर में कई आत्मघाती बम धमाकों में भी इस आतंकी संगठन का हाथ रहा है।
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