जम्मू-कश्मीर की अलगाववादी नेता और दुख्तारान-ए-मिलात की प्रमुख आसिया अंद्राबी ने एनआईए को बताया कि वह पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ लगातार संपर्क में थी। अक्सर उनके विदेश नीति सलाहकार सरजात अजीज से बात होती थी। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में पाकिस्तान हाई कमीशन में काम कर रहे लोगों के साथ भी उसके संपर्क थे। आईएसआई के पूर्व प्रमुख हामिद गुल, आतंकी हाफिज सईद ओर सईद सलाहुद्दीन के साथ कश्मीर को अाजाद कराने को लेकरअक्सर बात होती थी।
टाईम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, दुख्तारान-ए-मिलात की प्रमुख आसिया अंद्राबी से एनआईए आतंकियों की मदद करने, उन्हें आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने, देश विरोधी कार्यों के संबंध में पूछताछ कर रही है। इस दौरान आसिया ने बताया कि 2014 के शुरूआत में उन्होंने नवाज शरीफ को एक पत्र लिखा था, जिसमें ये कहा गया था कि पाकिस्तान कश्मीर के लिए कुछ नहीं कर रहा है। इसके जवाब में शरीफ ने लिखा कि हम अपना बेस्ट कर रहे हैं। इसके बाद 8 नवंबर 2015 को उनकी माता का निधन हुआ, नवाज शरीफ ने इस पर दुख जताते हुए एक पत्र भी भेजा था। पाकिस्तान हाईकमीशन में सरताज अजीज, भारत में तत्कालीन पाकिस्तान हाईकमीश्नर अब्दुल बासित और डिप्टी हाईकमीश्नर सैयद हैदर के साथ दिल्ली में उन्होंने वर्ष 2014 में बैठक की थी। तब उन्होंने उनलोगों से कहा था कि पाकिस्तान कश्मीर मसले को लापरवाही से ले रहा है। इसके बाद पाकिस्तानी अफसरों ने उन्हें सूचना दी थी कि पाकिस्तान में एक कश्मीर कमेटी है, जो इस पूरे मसले को देख रही है।
पूछताछ के दौरान आसिया ने बतया कि हाफिज सईद के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने सईद से पाकिस्तान सरकार पर दबाव बनाने को भी कहा। उन्होंने लश्कर ए तैयबा के प्रमुख से भी उनकी पत्नी उमी तलाहा और भतीजे अब्दुल रहमान मक्की की मौत के बाद बात की। हिज्जबुल मुजाहिद्दीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन भी हमेशा उन्हें फोन करते थे। वह उन्हें पाकिस्तान सरकार को कश्मीर मसले पर यूएन से बात करने को प्रेरित करने को कहती थी। उन्होंने एनआईए को बताया कि, “एक बार सलाहुद्दीन ने एक बार उन्हें फोन कर सैयद शाह गिलानी को यह संदेश देने को कहा कि उनके दामाद अलताफ अहमद शाह और हुर्रियत प्रवक्ता अयाज अकबर एक दूसरे के नजदीक जा रहे हैं।” सलाहुद्दीन की पत्नी नूरजहां भी उनसे काफी प्रभावित थी।