जम्मू कश्मीर के चर्चित आईपीएस अधिकारी बसंत रथ ने अपने नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि बसंत रथ जल्द ही राजनीति में आ सकते हैं। हालांकि उन्होंने सोशल मीडिया पर जानकारी दी है कि वह जल्द ही राजनीति में आएंगे। बसंत रथ सोशल मीडिया पर किताबों को बांटने के लिए भी चर्चित हैं, क्योंकि वह जरूरतमंदों को किताब बांटते हैं और इसीलिए वह “बुक बाबा” के नाम से भी चर्चित हैं।
जम्मू कश्मीर में आईपीएस बसंत रथ पुलिस महानिरीक्षक के पद पर तैनात थे। उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से अपनी पढ़ाई पूरी की है। इसके साथ ही वह आईआईटी जेईई की तैयारी के लिए गरीब छात्रों को किताबें भी मुहैया कराते हैं। बसंत रथ सन 2000 कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं और उनकी पहली पोस्टिंग 2002 में पुंछ जिले के मंडी में हुई थी।
बसंत रथ ने अपने इस्तीफे से कुछ घंटे पहले एक ट्वीट किया था, जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। बसंत रथ ने अपने ट्वीट में लिखा, ” अगर मैं कभी किसी राजनीतिक पार्टी में शामिल होता हूं, तो वह भाजपा। अगर मैं कभी चुनाव लड़ूंगा, तो वह क्षेत्र कश्मीर होगा। अगर मैं कभी राजनीति में शामिल होता हूं, तो ऐसा 6 मार्च, 2024 से पहले होगा।” बसंत रथ के ट्वीट से स्पष्ट हो गया है कि वह बीजेपी ज्वाइन करने वाले हैं।
जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव अरुण कुमार मेहता को भेजे गए इस्तीफे की प्रति साझा करते हुए बसंत रथ ने कहा, “मैं चुनावी राजनीति में भाग लेने के लिए भारतीय पुलिस सेवा से इस्तीफा देना चाहता हूं। कृपया इस पत्र को इस्तीफे/स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए मेरे अनुरोध के रूप में मानें और तदनुसार प्रक्रिया बढ़ाएं।”
ऐसा माना जाता है कि जम्मू कश्मीर में ट्रैफिक व्यवस्था को ठीक करने में बसंत रथ का योगदान काफी है। वह ट्रैफिक नियम को तोड़ने वालों के खिलाफ काफी सख्ती से पेश आते थे। जब तक ट्रैफिक की जिम्मेदारी उनके पास थी, सभी वाहन चालकों को पूरा कागज लेकर चलने के बाद ही सड़क पर चलने की अनुमति होती थी। वर्ना पकड़े जाने पर उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही होती थी।