बीजेपी के साथ जम्मू कश्मीर में सत्ता की साझेदारी खत्म होने के बाद पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती केन्द्र सरकार पर लगातार हमलावर नजर आ रही हैं। इस बार पर राजस्थान के अलवर में रात के अंधेरे में गाय ले जा रहे शख्स की भीड़ द्वारा हत्या पर उन्होंने केन्द्र सरकार पर हमला किया है। महबूबा ने ट्विट कर कहा है कि खान-पान की आदतों के नाम पर आज मॉब लिंचिंग के पक्ष में तर्क दिये जा रहे हैं। महबूबा ने ट्वीट किया, “आज कोई क्या खाता है इस बात का सहारा लेकर भीड़ द्वारा जान-मार देने को जायज ठहराया जा रहा है, कल…रेप जैसे अपराध के पक्ष में भी तर्क दिया जा सकता है…क्या हम इसी तरह के भारत की कल्पना करते हैं।” बता दें कि आरएसएस के बड़े नेता इंद्रेश कुमार ने मंगलवार (24 जुलाई) को कहा था कि मुस्लिम समुदाय के लोगों को हिन्दुओं की भावना का सम्मान करना चाहिए और गौहत्या नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर मुस्लिम गौवध बंद कर देंगे तो मॉब लिंचिंग अपने आप रुक जाएगा।
Today, lynching is being justified on the basis of what one eats. Next, crimes like rape might be similarly defended. Is this the India we envision?
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) July 25, 2018
अलवर लिंचिंग पर प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने कहा कि भीड़ द्वारा की गई हिंसा का गुणगान नहीं किया जा सकता है। हालांकि अपने बयान के साथ उन्होंने यह भी जोड़ा कि दुनिया के जितने भी धर्म हैं, किसी के भी धार्मिक स्थल पर गाय को काटा नहीं जाता है। इंद्रेश कुमार ने इस मामले को संस्कार से जोड़ा। आरएसएस नेता ने कहा कि यीशू मसीह इस धरती पर गौशाला में आए, वहां गाय को मक्का बोला जाता है। मक्का मदीना में भी गाय का वध अपराध है, क्या भारत में संकल्प नही किया जा सकता कि मानवता को इस पाप से मुक्त कराया जाए। बता दें कि राजस्थान के अलवर के रामगढ़ इलाके के लल्लावंडी गांव में भीड़ ने गाय लेकर जा रहे, एक शख्स की हत्या कर दी थी। इस मामले पर देश की सियासत में खूब हंगामा हुआ।