फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर देशभर में घमासान मचा हुआ है। विपक्ष के कई नेताओं ने इसे प्रोपगेंडा मूवी करार दिया है। तो वहीं सत्ता पक्ष के नेताओं ने कहा कि इस मूवी के माध्यम से पूरे देश को सच्चाई जानने का मौका मिला है। पीएम मोदी ने भी इस मूवी की तारीफ की थी। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने भी ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर बड़ा बयान देते हुए इसे प्रोपेगेंडा मूवी करार दिया है।

इंडिया टुडे से बातचीत के दौरान जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि, “हम तत्कालीन राज्यपाल जगमोहन मल्होत्रा को नहीं भूल सकते, जिन्होंने पंडितों को बसों में बिठाया और कहा कि हम आपको दो महीने में वापस लाएंगे, क्योंकि मुझे विद्रोहियों पर बल प्रयोग करना होगा और ये आपको प्रभावित कर सकता है। 32 साल हो गए हैं, कहां हैं कश्मीरी पंडित? मुझे नहीं लगता मैं उस घटना के जिम्मेदार हूं।”

फारुख अब्दुल्ला ने आगे कहा कि, “मैं उस दौरान वहां शासन नहीं कर रहा था। जैसे ही जगमोहन आए, मैंने हार मान ली। मैंने कहा कोशिश करो और स्थिति को संभालो। आप मुझ पर भरोसा नहीं करते, उन पर भरोसा करें। उनके शासन के पहले ही दिन 50 लोगों की जान चली गई। वहां के इनचार्ज वही थे। क्या वह स्थिति को संभालने में सक्षम थें? अगर लोग सच्चाई जानना चाहतें हैं तो उन्हें उस समय के आईबी चीफ या फिर तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री और वर्तमान में केरल गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान से बात करना चाहिए।”

फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि, “जब आप एक ईमानदार जज या कमिटी बैठाएंगे, पूरी सच्चाई बाहर आ जाएगी। आपको पता चल जायेगा कि उस घटना के लिए कौन जिम्मेदार है। अगर फारुख अब्दुल्ला जिम्मेदार है, तो फारुख अब्दुल्ला देश के किसी भी कोने में फांसी के फंदे पर झूलने को तैयार है। मैं ट्रायल के लिए तैयार हूं, लेकिन उन्हें दोष मत दीजिये जो इसके लिए जिम्मेदार नहीं हैं।”

बता दें कि फिल्म द कश्मीर फाइल्स में कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार को दिखाया गया। बीजेपी शासित राज्यों में इस फिल्म को टैक्स फ्री भी कर दिया गया है। फिल्म का निर्देशन विवेक अग्निहोत्री ने किया है और फिल्म में मशहूर अभिनेता अनुपम खेर ने भी एक्टिंग की है।