अमरनाथ यात्रा गुरूवार से शुरू होने वाली है और 29 जून यानी बुधवार को यात्रियों का पहला जत्था जम्मू से रवाना होगा। हमेशा की तरह इस बार भी अमरनाथ यात्रा आतंकियों के निशाने पर हैं। लेकिन सुरक्षा एजेंसियों द्वारा “त्रिनेत्र सुरक्षा कवच” बनाया गया है जो हर एक खतरे को नाकाम करने में सक्षम है। अमरनाथ यात्रा के दौरान चप्पे-चप्पे पर ड्रोन और सीसीटीवी से नजर रखी जाएगी और कंट्रोल रूम भी बनाया गया है, जिससे हमेशा फीडबैक लिया जाएगा।
सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिहाज से जंगलों में भी पुलिस और सीआरपीएफ की अस्थाई चौकियां बनाई गई है, जो 24 घंटे सुचारू रूप से संचालित होगी। आतंकी खतरे को देखते हुए श्रीनगर से लेकर बालटाल तक यात्रा के दोनों तरफ पहाड़ी इलाकों में भी सीआरपीएफ की चौकियों का निर्माण किया गया है। इसके साथ ही विस्फोटकों का पता लगाने के लिए खोजी कुत्ते भी सुरक्षा बलों के साथ रहेंगे। हर एक तीर्थ यात्री के काफिले की पूर्ण तरीके से जांच के बाद ही काफिले को रवाना किया जाएगा।
त्रिनेत्र सुरक्षा कवच के अंतर्गत किसी भी आतंकी साजिश से निपटने के लिए सेना, पुलिस, सीआरपीएफ के क्यूआरटी और क्यूएटी तैनात हैं। इसके साथ ही सुरक्षा कवच के अंतर्गत पुलिस के अलावा अर्धसैनिक बालों की भी तैनाती की गई है। करीब 35,000 अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। वहीं सेना के राष्ट्रीय राइफल्स को भी तैनात किया गया है। यात्रा मार्ग पर ऐसे ड्रोन लगाए गए हैं जो किसी भी मौसम में पूर्ण तरीके से काम करने में सक्षम होंगे और चप्पे-चप्पे पर नजर रखेंगे।
पुलिस और एजेंसियां लोगों को जागरूक भी कर रही है और लोगों से भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखने के लिए कह रही हैं। हर 500 मीटर पर अर्धसनिक बलों की तैनाती भी होगी। इसके साथ ही यात्रियों का काफिला सीआरपीएफ के सुरक्षा घेरे में होगा।
जम्मू कश्मीर के राज्यपाल लगातार सुरक्षा को लेकर बैठ कर कर रहे हैं और उन्होंने जानकारी दी है कि सुरक्षा के मद्देनजर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था बनाई गई है। साथ ही हॉस्पिटल का उद्घाटन भी किया। राज्यपाल ने जानकारी देते हुए ट्वीट कर बताया, “श्री अमरनाथजी यात्रियों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 70 बिस्तरों वाले पूर्णतः सुसज्जित डीआरडीओ अस्पताल का उद्घाटन किया। सभी हितधारक विभागों की तैयारियों और प्रतिक्रिया तंत्र की समीक्षा की और बालटाल और पहलगाम के यात्रा मार्गों पर सुविधाओं का साइट पर निरीक्षण किया।”