जम्मू-कश्मीर के दो पूर्व मंत्री ताज मोहिउद्दीन (Taj Mohiuddin) और गुलाम मोहम्मद सरूरी (Ghulam Mohammad Saroori) शुक्रवार को फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए। दोनों नेता 2022 में गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) के साथ कांग्रेस छोड़कर डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAP) में शामिल हुए थे, लेकिन अब उन्होंने पार्टी में वापसी कर ली है।
श्रीनगर स्थित कांग्रेस दफ्तर में आयोजित कार्यक्रम में दोनों नेताओं ने पार्टी की सदस्यता ली। इस दौरान कांग्रेस के जम्मू-कश्मीर प्रभारी नसीर हुसैन (Naseer Hussain), प्रदेश अध्यक्ष तारिक कर्रा (Tariq Karra) और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। पार्टी में लौटने के बाद दोनों नेताओं का जोरदार स्वागत किया गया।
पिछले चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार थे, लेकिन हार गए
ताज मोहिउद्दीन ने कांग्रेस में चार दशक से ज्यादा समय बिताया है। उन्होंने उत्तरी कश्मीर के उरी विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है और राज्य सरकार में पीएचई, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण मंत्री रहे हैं। अगस्त 2022 में वे कांग्रेस छोड़कर आजाद की पार्टी में चले गए थे। लेकिन अगस्त 2024 में डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी छोड़ दी और बीते वर्ष हुए विधानसभा चुनाव में स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में उतरे, जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
दूसरे नेता, गुलाम मोहम्मद सरूरी ने भी अगस्त 2022 में कांग्रेस छोड़ी थी और डीपीएपी से जुड़ गए थे। वे पहले इंदरवाल विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे हैं और जम्मू-कश्मीर सरकार में शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं। उन्होंने DPAP छोड़ने के बाद उसी सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन जीत नहीं सके।
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दोनों नेता कभी गुलाम नबी आजाद के करीबी माने जाते थे। अब उनके वापस कांग्रेस में लौटने को DPAP के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, खासकर तब जब पार्टी को पिछले विधानसभा चुनावों में कोई खास सफलता नहीं मिली।
पार्टी में लौटने के बाद मोहिउद्दीन ने कहा, “मुझे कभी नहीं लगा कि मैंने कांग्रेस छोड़ी है। यह सिर्फ एक छुट्टी थी।” वहीं सरूरी ने इसे अपनी “घर वापसी” बताया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तारिक कर्रा ने कहा, “इन नेताओं की वापसी से पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूती मिलेगी। उन्होंने नई पार्टी बनाने पर अफसोस भी जताया है।”