Jammu-Kashmir, Article 370 News Update: जम्मू के पांच जिलों में 2जी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल करने के साथ ही कश्मीर घाटी में 35 थाना क्षेत्रों में प्रतिबंधों में ढील दी गई है। राज्य पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह ने शनिवार (17 अगस्त) को बताया कि इंटरनेट का किसी भी तरह दुरुपयोग किए जाने पर कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि पुंछ, बनिहाल, किश्तवाड़ और भद्रवाह में छूट दिए जाने के साथ ही अब जम्मू के 10 जिलों में कोई प्रतिबंध नहीं है।

कश्मीर के 35 थाना क्षेत्रों में राहतः सिंह ने कहा, ‘कश्मीर घाटी के 35 थाना क्षेत्रों में प्रतिबंधों में ढील दी गई है। इन इलाकों में दुकानें खुली हैं। घाटी में कुल 96 टेलीफोन एक्सचेंज में से 17 को बहाल कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि घाटी में अब 50,000 लैंडलाइन फोन काम कर रहे हैं। अन्य इलाकों में व्यवस्थित तरीके से सेवा बहाल की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बल अब भी तैनात हैं और सड़कों पर बैरिकेड लगे हुए हैं। हालांकि, पहचान पत्र दिखाने के बाद ही लोगों को आवाजाही की अनुमति दी गई है। कश्मीर के सभी जिलों के कुछ इलाकों में लैंडलाइन फोन सेवाएं चालू हैं। जम्मू क्षेत्र में संचार सेवा भी बहाल है।’ अधिकारियों ने बताया कि 2जी मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को जम्मू, सांबा, कठुआ, उधमपुर और रियासी जिलों में बहाल कर दिया गया।

3जी और 4जी इंटरनेट पर दिया ये बयानः अधिकारियों ने बताया कि स्थिति का ताजा आकलन करने के बाद तेज गति की (3जी और 4जी) मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल की जाएंगी। अधिकारियों ने बताया कि पुंछ, राजौरी, किश्तवाड़, डोडा और रामबन जिलों में अब भी इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहेंगी।

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इस बीच, जम्मू-कश्मीर सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि प्रशासन स्थिति पर करीबी नजर बनाए है। घाटी में अभी तक किसी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है। उन्होंने बताया कि सड़कों पर सार्वजनिक वाहनों का लौटना एक अच्छा संकेत है और ग्रामीण क्षेत्रों से भी ऐसी ही रिपोर्ट है। प्रवक्ता ने बताया कि सोमवार (19 अगस्त) से प्राथमिक स्तर तक के स्कूल खुलेंगे और सभी सरकारी कार्यालयों में सामान्य रूप से काम होगा। केन्द्र सरकार के जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के कुछ प्रावधान हटाने के बाद 5 अगस्त से ही यहां मोबाइल फोन और लैंडलाइन फोन सेवाएं स्थगित कर दी गई थीं।