जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में सोमवार (14 अक्टूबर) को एक संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिक समेत दो आतंकियों ने राजस्थान के एक ट्रक ड्राइवर की गोली मारकर हत्या कर दी और एक बाग के मालिक से मारपीट की। पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान शरीफ खान के रूप में की गई है। पुलिस ने बताया कि घाटी में फलों से भरे ट्रकों की आवाजाही शुरू होने से हताश होकर आतंकियों ने शीरमाल गांव में यह हमला किया।

ट्रक फूंकने के बाद ड्राइवर की मौतः यह घटना तब हुई जब कश्मीर में 72 दिन के प्रतिबंध के बाद पोस्टपेड मोबाइल सेवाएं बहाल हुईं। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से संचार सेवाएं बंद थीं। पुलिस ने कहा, ‘सोमवार की घटनाओं को लेकर स्थानीय लोगों में रोष है।’ उन्होंने बताया कि हमले में शामिल आतंकियों में से एक के पाकिस्तानी होने का संदेह है। प्रारंभिक रिपोर्टों में कहा गया था कि बदमाशों द्वारा ट्रक फूंके जाने के बाद ड्राइवर की मौत हुई।

सुरक्षा बलों के साये में थी शांतिः जम्मू-कश्मीर में बीते कुछ दिनों में ट्रक ड्राइवर की हत्या का यह दूसरा मामला है। यहां बौखलाए आतंकी लगातार हमले की साजिश रच रहे हैं। राज्य में लोगों को कई तरह के प्रतिबंध भी झेलने पड़े, इनमें इंटरनेट, फोन, परिवहन, स्कूल जैसी कई सुविधाएं नसीब नहीं हुईं। हालांकि इस दौरान इलाके में सुरक्षा बलों के पहरे में शांति थी।

राज्य में 5 अगस्त को मोदी सरकार ने बड़े फैसले लेते वक्त ये पाबंदियां लगाई थीं। इस दौरान राज्य के कई बड़े नेताओं और अलगाववादियों को भी नजरबंद कर दिया गया था, इनमें से कुछ प्रमुख नेता अभी भी नहीं छोड़े गए। कुछ लोग जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा छीने जाने, आर्टिकल 370 में संशोधन और राज्य को केंद्र शासित प्रदेश बनाने का विरोध कर रहे हैं। इन फैसलों को लेकर पाकिस्तान में भी बौखलाहट है। इसका नतीजा घुसपैठ के रूप में सामने आ रहा है।