कश्मीर में पत्थरबाजी के दौरान चेन्नई के 22 वर्षीय युवा की मौत के बाद परिवार सदमे से उबर नहीं पा रहा है। सोमवार (7 मई) को घाटी के बाहरी इलाके में हुए पत्थरबाजों के हिंसक प्रदर्शन में आर तिरुमनी इसका निशाना बन गए थे। घायल तिरुमनी को फौरन अस्तपताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर उनकी जान बचा नहीं सके। घटना पर सरकार से लेकर विपक्षी नेताओं तक ने शोक जताया और घटना की निंदा क, लेकिन घर के चिराग के यूं आकस्मिक हमेशा के लिए बुझ जाने पर घरवाले सदमे से उबर नहीं पा रहे हैं, रह रहकर आंखों के सामने बेटे की तस्वीर उभरती है और फिर आंसुओं का सैलाब उसे बहा ले जाता है। भाई को हमेशा के लिए खोने वाली दुखी बहन संगीता घर पहुंची उसकी लाश वाले फ्रीजर से लिपट कहती हैं- ”उन्होंने मेरे छोटे भाई को क्यों मार दिया? उसने कभी किसी को चोट नहीं पहुंचाई” और रोते हुए वह चीख पड़ती हैं। पिता कहते हैं- ”कुछ लोग जानवर बन गए है, यहा उनका काम था, यही मैंने जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री से कहा। उन्होंने मुझे माफ करने के लिए कहा। यह उनकी उनकी दिलेरी थी कि वह हमसे मिलने आईं।”

पिता राजावेल ने मीडिया को यहा भी बताया कि सीएम महबूबा मुफ्ती ने परिवार को 2 लाख रुपये दिए और तमिलनाडु सरकार ने 3 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। परिवार के मुताबिक तिरुमनी बीकॉम की पढ़ाई कर एक कंसल्टेंसी फर्म में काम कर रहा था, जहां उसका बड़ा भाई भी काम करता है। बहन संगीता एक ट्रैवल फर्म में काम करती है। भाई को एक बार फिर याद करते हुए वह कहती हैं- तुमने मुझे गुडबाय भी नहीं कहा, तुम खाना मांग रहे थे, तुम्हें भूख लगी थी, लेकिन तुम कुछ कर पाते उससे पहले उन्होंने तुम्हें मार दिया।” पूर्व मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला के इलाके में घटी इस घटना का मलाल उन्हें भी कचोट रहा है।

अब्दुल्ला ने ट्वीट कर अपने जज्बात उड़ेले- ”चेन्नई का यह युवा मेरे विधानसभा क्षेत्र में मारा गया, जबकि मैं इन गुंडों, इनके तरीके और इनकी विचारधारा का समर्थन नहीं करता हूं। मैं बहुत बहुत दुखी हूं कि यह उस इलाके में हुआ जिसका 2014 से प्रतिनिधित्व कर मैं गौरवान्वित रहा हूं।” एक और ट्वीट में अबदुल्ला ने कहा था कि हमने एक टूरिस्ट की हत्या कर दी। बता दें कि तिरुमनी परिवार संग कश्मीर घूमने गए थे, सोमवार को जब वह गुलमर्ग के रिजॉर्ट में वापसी कर रहे थे, तभी उनकी गाड़ी पर पत्थरबाजों ने हमला कर दिया था।
This young man from Chennai died in my constituency & while I don’t support these goons, their methods or their ideology I’m deeply, deeply sorry that this happened at all & that too in an area I’ve been proud to represent since 2014.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) May 7, 2018