जम्मू और कश्मीर में पाकिस्तान ने एक बार फिर से सीजफायर तोड़ा है। गुरुवार (17 मई) की देर रात पाकिस्तान की ओर से आरएसपुरा सेक्टर और अरनिया में फायरिंग की गई। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक जवान इस दौरान शहीद हो गया, जबकि चार अन्य नागरिक इस दौरान जख्मी हुए थे। उन्हें फौरन नजदीक के अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया, जहां पर उनकी डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।
शहीद हुए जवान की पहचान सीता राम उपाध्याय के रूप में हुई है। वह बीएसएफ में कॉन्सटेबल पद पर तैनात थे। सीता राम मूल रूप से झारखंड के रहने वाले थे। उनकी तीन साल की एक बेटी और एक साल का बेटा है।
सीताराम की पत्नी का कहना है, “भारतीय सुरक्षाबलों से रमजान के दौरान आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाने से मना किया गया है, मगर मेरे पति पाकिस्तान की फायरिंग में शहीद हो गए। मुआवजा दिए जाने से क्या होगा? उससे मेरे पति तो वापस नहीं आ जाएंगे।”
Photo of BSF Constable Sitaram Upadhyay, who lost his life in ceasefire violation by Pakistan in RS Pura sector of #JammuAndKashmir. He hails from Jharkhand & is survived by a three-year-old daughter and a one-year-old son. pic.twitter.com/ViHqGi5Rzc
— ANI (@ANI) May 18, 2018
पाकिस्तान की ओर से की गई फायरिंग में इसके अलावा चार अन्य लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतकों में दो आरएस पुरा सेक्टर के थे, जबकि दो अरनिया से नाता रखते थे। पुलिस सुप्रिटेंडेंट आरसी कोटवाल ने इस बारे में कहा था, “फायरिंग जारी है। भारत की ओर से सीजफायर का मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है। प्रशासन नागरिकों की हर संभव मदद करेगा।”
सीजफायर उल्लंघन के कारण अरनिया में आम लोगों को घर में ही रहने की सलाह दी गई है, जबकि अर्नी, बिश्नाह और आरएस पुरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा से तकरीबन तीन किलोमीटर के दायरे में सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है।
आरएसपुरा और अरनिया के अलावा बंदीपुरा से भी आतंकी हमले की खबर आई। बताया गया कि यहां सेना गश्त कर रही थी, उसी दौरान आतंकियों ने चोरी-छिपे उनपर हमला कर दिया। वे जवानों पर गोलीबारी कर फरार हो गए थे। ऐसे में जवानों ने इलाके को चारों तरफ से घेर लिया और वे आतंकियों को ढूंढने में जुटे हुए हैं।
आपको बता कें कि इससे पहले राज्य के कुपवाड़ा में पाकिस्तान ने इसी नापाक हरकत को अंजाम दिया था। केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा से पाकिस्तान ने गोलीबारी की थी, जिसके कारण रियाहशी इलाके इससे प्रभावित हुए थे। हालांकि, भारत ने भी उसका करारा जवाब दिया था।