यूपी के जेल मंत्री धर्मवीर प्रजापति से एक सवाल किया गया, जिसमें उनसे पूछा गया कि क्या यूपी की जेलों में बजता गायत्री मंत्री क्या गैर-धर्म के कैदियों को जबरन सुनाने की कोशिश नहीं है। इस सवाल के जवाब में जेल मंत्री धर्मवीर प्रजापति (Minister Dharmveer Prajapati) ने कहा हमारे जेल अधीक्षकों ने बताया कि पहले हम कैदियों की बैरक खोलते थे तो कैदियों को इकट्ठा करने के लिए हमको जेल की पुलिस लगाने पड़ती थी, लेकिन आज हम गायत्री मंत्र (Gayatri Mantra) के उच्चारण के बाद बैरक खोलते हैं, तो उनके अंदर जबरदस्त अनुशासन देखने को मिल रहा है। सभी कैदी खुद से लाइन में लग जाते हैं और मंत्र का उच्चारण करते हैं। छोटी-छोटी बातों पर पहले वाद-विवाद करते थे, अब वो नहीं कर रहे हैं।
मंत्री ने कहा कि रमजान के महीने में हमारे मुस्लिम कैदी सुबह जल्दी उठ जाते थे। उस वक्त सभी हिंदू कैदी भी जल्दी उठ जाते थे। सभी हिंदू कैदी एक तरफ इकट्ठा हो जाते थे और उनको नमाज पढ़ने के लिए अवसर देते थे। ऐसे ही जब हिंदू कैदी पूजा-पाठ करते हैं तो मुस्लिम कैदी उनको जगह दे देते हैं। एक भाई चारा इसके बाद से देखने को मिला है।
‘गायत्री मंत्र से बदला जेल का माहौल, मुस्लिम कैदियों ने रखा नवरात्र व्रत’
मंत्री ने कहा कि किसी पर गायत्री मंत्र जबरदस्ती नहीं थोपा जा रहा है। ये कैदी के ऊपर निर्भर है। उन्होंने कहा कि हमने कासगंज जेल के निरीक्षण के दौरान पाया था कि दो मुस्लिम कैदियों ने नवरात्र का व्रत रखा , कोई व्रत जबरदस्ती तो रखवाएगा नहीं, ये उनकी स्वेच्छा की बात है। ऐसी ही एक और जानकारी मिली है कि एक जेल में 10 कैदियों ने नवरात्र का व्रत रखा, किसी के ऊपर कोई बात थोपी नहीं जा रही। जेल में बंद कैदी भाईचारा का संदेश दे रहे हैं।
इससे पहले मंत्री ने यूपी की सभी जेलों में सुबह और शाम गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र का जाप अनिवार्य रूप से किया था। जिससे कैदी सकारात्मक रूप से जेल में अपना समय व्यतीत कर सकें। जब वो सजा काट कर बाहर निकलें तो एक बेहतर इंसान की तरह समाज में व्यवहार करें।
यूपी के जेलों में अधिकारियों की कमी
मंत्री ने कहा की यूपी की जेलों जो भी कमियां मेरे संज्ञान में आ रही हैं। उनको जल्द ठीक करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि अभी हमने एक निर्देश दिया है कि जेल के बाहर जो लोग मिलने आ रहे हैं, उनके लिए बैठने और पानी की व्यवस्था हो। जेल के अंदर मानवीय व्यवहार हो।
होमगार्ड मंत्री ने कहा कि कासगंज की जेल में हमने देखा की कई महिला कैदी बच्चों के साथ जेल में बंद हैं। उन्होंने कहा कि विभाग के माध्यम से एक सूचना हमने मांगी है कि पूरे प्रदेश में कितने बच्चे अपनी मां के साथ जेल में हैं।
होमगार्ड विभाग को लेकर मंत्री ने कहा कि जिला कमांडेड से ऊपर के अधिकारी पिस्टल रखेंगे। जो सु्रक्षा की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। इसकी स्वीकृति मुख्यमंत्री ने दे दी है. होमगार्ड विभाग में एक और बहुत बड़ा निर्णय आया है, जिसकी स्वीकृति मुख्यमंत्री ने दे दी है। उन्होंने बताया कि 30 अप्रैल को होमगार्ड कर्मियों को रिन्यूअल खत्म हो गया था। 2018 में 25 हजार होमगार्ड कर्मी अलग से गृह विभाग ने मांगे थे, लेकिन उनको देने के लिए पैसा नहीं था। इसके बाद मुख्यमंत्री से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने एक साल के लिए होमगार्ड कर्मियों का रिन्यूअल कर दिया। जो एक बड़ा काम किया है।
पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को लेकर क्या कहा मंत्री ने?
जबरिया रिटायर किये गये पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को लेकर पूछे गये एक सवाल के जवाब में होमगार्ड मंत्री ने कहा कि मामले की जांच चल रही है। अमिताभ ठाकुर को विभाग ने बुलाया था। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि कोई भी अमानवीय व्यवहार और अनियमितता किसी के खिलाफ मिलती है तो कार्रवाई से गुरेज नहीं करेंगे।