समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक आजम खान जेल से जमानत पर रिहा हो गए हैं और सोमवार सुबह उन्होंने लखनऊ विधानसभा में विधायक पद की शपथ ली। आजम के साथ उनके बेटे अब्दुल्ला आजम ने भी विधायक पद की शपथ ली। रामपुर से लखनऊ रवाना होने के दौरान आजम खान ने कहा कि इंस्पेक्टर ने उन्हें एनकाउंटर की धमकी दी है।

रिहा होने के बाद आजम खान ने यूपी तक से बात करते हुए कहा, “लम्बी थी गम की रात, मगर रात ही तो थी, सवेरा तो होना था। जेल के माहौल में हमें बाहर की ख़बरें नहीं मिल पाती थी, जेल प्रशासन ने हमपर इतनी पाबंदियां लगाईं थीं। जिन्हें जेल प्रशासन मिलने के भेजता था, हम उनसे मिल लेते थे। जिसने साथ दिया उसका शुक्रिया। मेरे अपनों की कोई कमी नहीं है।”

समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव से नाराजगी के सवाल पर आजम खान ने कहा, “मेरी कोई नाराजगी नहीं है। क्यों होगी? मेरा उन्होंने क्या बिगाड़ा है। मैं सपा में एक अदना सा कार्यकर्ता की हैसियत का आदमी हूं। बड़े लोगों की बातों में दखल देने की मेरी औकात नहीं।” वहीं समाजवादी पार्टी छोड़ने की अटकलों पर आजम खान ने कहा कि मैं हार्दिक पटेल तो हूं नहीं।

आजम खान ने आगे कहा, “मेरे अपनों की कोई कमी नहीं है। लोग मुझे बहुत प्यार करते हैं क्योंकि मैं लोगों से बहुत प्यार करता हूं। झूठ हमेशा झूठ होता है और सच, सच होता है। मेरे खिलाफ कोई गंभीर मुकदमा नहीं है। उस वक्त के अधिकारीयों का जो स्तर था, उसी प्रकार के मुक़दमे मेरे खिलाफ दर्ज हैं। मुझे कोई शिकायत नहीं है। मेरे खिलाफ दर्ज 90 फीसदी मुकदमों में मेरे अपनों की मेहरबानियां हैं। इस घर को तो घर के चिराग से आग लगी है।”

आजम खान ने कहा कि जेल में मेरे ऊपर काफी पाबंदियां थीं और मुझे एक छोटे से कमरे में रखा गया था। मेरे ऊपर मुक़दमे हैं कि मैंने बकरी चोरी की नहीं है बल्कि कराई है, मंत्री रहते हुए मैंने शराब की दुकान लुटवाई है। ऐसे मुक़दमे मेरे खिलाफ दर्ज किए गए हैं।