सरकार ने मंगलवार को बताया कि वैश्विक आतंकवादी संगठन आइएसआइएस सोशल मीडिया के जरिए दुनिया भर से रंगरूटों को आकर्षित करने के लिए विशेष प्रयास करता है। लेकिन यह संगठन भारत से अधिक युवाओं को प्रभावित नहीं कर सका है। लोकसभा में लालूभाई बाबूभाई पटेल और अशोक शंकर राव चव्हाण के सवाल के उत्तर में गृह राज्य मंत्री हरिभाई पार्थीभाई चौधरी ने कहा कि आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट आफ इराक एंड सीरिया (आइएसआइएस) तथाकथित वैश्विक जिहाद के लिए समूचे विश्व से रंगरूटों को आकर्षित करने के लिए सोशल मीडिया में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों कार्यों को आगे बढ़ाता है। फिर भी आइएसआइएस भारत से अधिक युवाओं को प्रभावित या आकर्षित नहीं कर पाया है।

उन्होंने कहा कि यह विषय भारत के लिए एक दीर्घकालीन राष्ट्रीय सुरक्षा की चिंता का मामला बना हुआ है। सरकार इस विषय पर करीब नजर रख रही है और ऐसे संभावित युवाओं की पहचान करने और उन पर निगरानी रखने के लिए सुरक्षा एजंसियों को निर्देश दिए हैं। मंत्री ने कहा कि इस संबंध में साइबर क्षेत्र की गहनता से निगरानी की जा रही है। चौधरी ने कहा कि गृह मंत्रालय ने आइएसआइएस द्वारा उत्पन्न खतरों का आकलन करने और भारत के लिए दीर्घावधि राष्ट्रीय चिंताओं से निपटने की रणनीति बनाने के लिए पिछले दिनों सभी संबंधित केंद्रीय एजंसियों और 12 राज्य सरकारों के साथ एक बैठक की थी।

उन्होंने कहा कि आतंकवादी संगठनों की गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए केंद्र और राज्य स्तर पर आसूचना एजंसियों के बीच गहन और प्रभावी समन्वय है। आतंकवाद से निपटने के लिए भारत का 24 देशों के साथ संयुक्त कार्य दल है।