पश्चिम बंगाल की दो सीटों के लिए हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी को हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद से बीजेपी की राज्य इकाई में तनाव की स्थिति चल रही है । पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि जिसको भी कोई शिकायत है वे मीडिया के सामने अपनी बात रखने के बजाय उनसे बात करें। वहीं, पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अनुपम हाजरा ने कहा कि राज्य में पार्टी नेतृत्व को खेमे में समस्याओं को हल करने के लिए कदम उठाना चाहिए, ना कि सबकुछ ठीक होने का नाटक किया जाए।

मजूमदार ने जिला नेताओं और प्रदेश इकाई के वरिष्ठ सदस्यों के साथ बैठक की और कहा कि जिन्हें भी शिकायत है वो सभी मेरे पास आ सकते हैं या पार्टी आलाकमान के सामने अपनी बात रख सकते हैं। बता दें कि बंगाल में हुए उपचुनावों में दोनों सीटों पर टीएमसी को जीत हासिल हुई है।

टीएमसी के शत्रुघ्न सिन्हा ने आसनसोल लोकसभा क्षेत्र में भाजपा के अग्निमित्र पॉल को तीन लाख से अधिक मतों से हराया, जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने निकटतम माकपा प्रतिद्वंद्वी सायरा शाह हलीम को हराकर बालीगंज विधानसभा सीट पर जीत हासिल की। दिलचस्प बात यह है कि सिन्हा और सुप्रियो दोनों ही भाजपा के पूर्व सदस्य रह चुके हैं।

भाजपा के राष्ट्रीय सचिव अनुपम हाजरा ने कहा कि पार्टी की राज्य इकाई के नेतृत्व को “सब कुछ ठीक है” का नाटक करने के बजाय खेमे में समस्याओं को हल करने के लिए कदम उठाने चाहिए। वहीं, मजूमदार ने अपने संबोधन के दौरान कार्यक्रमों की एक श्रृंखला की घोषणा की, उन्होंने कहा कि ‘लोकतंत्र बचाओ’ कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। साथ ही, 2 मई को एक बड़ी रैली होगी। इसके अगले दिन सत्याग्रह कार्यक्रम और तीन मई को काला दिवस के रूप में मनाया जाएगा। मजूमदार ने कहा कि पिछले साल पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा के पीड़ितों को सम्मानित करने के लिए मई में शहीद दिवस मनाने का भी फैसला किया है।

विधानसभा चुनाव के नतीजे पिछले साल 2 मई को घोषित किए गए थे। इस दौरान परिणाम घोषित होने के बाद राज्य में हिंसात्मक घटनाएं हुई थीं। इन्हें लेकर बीजेपी ने आरोप लगाया था कि चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद उसके सदस्यों पर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने हमला किया और उन्हें प्रताड़ित किया।