Delhi Crime News: दिल्ली में बॉलीवुड मूवी की तर्ज पर एक हत्या का मामला सामने आया है। जिसमें एक घरेलू नौकर ने कथित तौर पर एक दिव्यांग की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद इस 17 वर्षीय घरेलू नौकर को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मामला दक्षिणी दिल्ली के सफदरजंग इलाके का है जहां एक एक विकलांग की देखभाल के लिए एक घरेलू सहायक के तौर पर रखा गया था। पुलिस ने बताया कि नाबालिग ने ये हत्या बॉलीवुड की एक फिल्म ‘तू चोर मैं सिपाही’ से प्रेरित होकर की।

पुलिस ने बताया, ‘जब दिव्यांग के माता-पिता मंदिर गए थे तब इस नाबालिग घरेलू सहायक ने घर में चोरी कर रहा था। इस दौरान दिव्यांग ने उसे चोरी करते हुए देख लिया तो उसने शोर मचाया जिसके बाद कथित तौर पर इसी घरेलू सहायक ने उस दिव्यांग की हत्या कर दी।’ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी नाबालिग तू चोर मैं सिपाही फिल्म से इस घटना को अंजाम देने के लिए प्रेरित हुआ था। वारदात को अंजाम देने के बाद नाबालिग आरोपी ने भी एक काले रंग का दस्ताना घटनास्थल पर छोड़ दिया था।

आरोपी ने Murder के बाद छोड़ी निशानी

ठीक ऐसा ही बॉलीवुड की फिल्म में भी दिखाया गया है जब आरोपी वारदात को अंजाम देकर जाता था तो वहां पर एक निशानी छोड़ जाता था। मृतक दिव्यांग की बहन ने पुलिस को बातचीत में बताया कि उसके माता-पिता और दादी घर से बाहर मंदिर गए थे। इसके बाद वो अपने भाई को घरेलू सहायक के साथ छोड़कर ग्रीन पार्क मार्केट चली गई थी। मृतक की बहन ने ये भी बताया कि इस घरेलू सहायक को उनके परिवार ने महज तीन महीने पहले ही दिव्यांग भाई की देखरेख के लिए रखा था।

घर के हालात देखकर बहन हैरान, Police को दी सूचना

बहन ने आगे बताया कि जब वो घर वापस आई तो उसने देखा उसका दिव्यांग भाई बेहोशी की हालत में बिस्तर पर पाया। इस दौरान उसका घरेलू सहायक घर से गायब था। जब बहन ने घर में और छानबीन की तो पता चला घर के कुछ गहने एक मोबाइल फोन और लगभग 40 हजार रुपये कैश भी गायब थे। बहन ने घटना की सूचना पुलिस को दी जिसके बाद नाबालिग नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया। वो अपने घर बिहार के सीतामढ़ी भागने की तैयारी में था। जब पुलिस ने उसकी तलाशी ली तो उसके पास से जेवर और नकदी भी बरामद हुआ।

Police की पूछताछ में बताया पूरा Plan

पकड़े जाने के बाद जब पुलिस ने उस नाबालिग घरेलू सहायक से पूछताछ की तो उसने बताया, वो साफ-सफाई और घर के काम काज करके खुद को अपमानित महसूस करता था। इसलिए उसने घर में ही लूट का प्लान बनाया। जब दिव्यांग के माता-पिता और दादी घर से बाहर मंदिर गए हुए थे उसी समय उसकी बहन भी किसी काम से मार्केट चली गई। ये मौका उसके लिए सबसे ज्यादा अनुकूल था और उसने इस दौरान घर के गहने और रुपयों को लूटा इस दौरान दिव्यांग ने उसे देख लिया जिसके बाद उसने उसकी हत्या कर दी।