उत्तर प्रदेश के इटावा से एक हैरान कर देने वाला सामने आया है। जहां रेलवे स्टेशन पर 72 वर्षीय बुजुर्ग को महज इसलिए शताब्दी ट्रेन में चढ़ने से रोक दिया क्योंकि उसने धोती कुर्ता पहन रखा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बुजुर्ग के पास शताब्दी के सी-2 कोच की 72 नंबर की सीट पर गाजियाबाद जाने के लिए कन्फर्म टिकट भी था लेकिन इसके बावजूद उसकी वेशभूषा की वजह से उसे ट्रेन में चढ़ने नहीं दिया गया। ट्रेन में तैनात सिपाही और कोच अटेंडेंट की बदसलूकी से आहत बुजुर्ग यात्री ने स्टेशन पर मौजूद शिकायत पुस्तिका में मामले की शिकायत दर्ज की है। इसके बाद उन्होंने रोडवेज बस से अपना सफर पूरा किया। फिलहाल मामले में रेलवे ने जांच का आदेश दिया है। वहीं इस घटना को लेकर इटावा के रेलवे स्टेशन मास्टर ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।

National Hindi News, 06 July 2019 LIVE Updates: पढ़ें आज की बड़ी खबरें

क्या है मामला: दरअसल, यह घटना गुरुवार (4 जुलाई) की है जब इटावा स्टेशन पर शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन आकर खड़ी हुई। इस दौरान बुजुर्ग रामअवध दास गाजियाबाद जाने के लिए उसमें सवार होने के लिए पहुंचे थे। लेकिन कथित तौर पर उनके पहनावे (धोती-कुर्ते) को देखकर टीटीई और सिपाही ने उन्हें ट्रेन से बाहर निकाल दिया। कहा जा रहा है कि बुजुर्ग के पास ट्रेन का कन्फर्म टिकट था लेकिन फिर भी उसे ट्रेन से उतार दिया गया। जिसके बाद रामअवध दास ने रेल थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई। बुजुर्ग बाराबंकी के ग्राम मूसेपुर थुरतिया का रहने वाला है।

बुजुर्ग ने दर्ज कराई शिकायत

रेल मंत्री से करेंगे शिकायत: बुजुर्ग अवधदास ने बताया कि वह बाराबंकी के रहने वाले हैं और अपने शिष्यों के घर अक्सर जाते रहते हैं। लेकिन ट्रेन में उनको चढ़ने नहीं दिया गया, इसलिए मैं इसकी शिकायत रेल मंत्री से करूंगा। पीड़ित ने इस बात का उल्लेख शिकायती रजिस्टर में भी किया है। मामले में रेल मंत्रालय ने संबंधित डीआरएम व आरपीएफ को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।