जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल संसद से पास हो चुका है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया जा चुका है। आर्टिकल 370 के अधिकांश प्रावधानों को खत्म कर दिया जा चुका है। इन सब घटनाक्रमों के बीच पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ गई है। भारतीय सेना के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार (6 अगस्त) को कहा कि पाकिस्तान ने पिछले कुछ दिनों से नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर आतंकियों की संख्या बढ़ाने और घुसपैठियों को जम्मू-कश्मीर में प्रवेश कराने की कोशिशें तेज कर दी हैं।

‘पाकिस्तान को चुकानी पड़ेगी बड़ी कीमत’: उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने कहा कि पाकिस्तान संघर्ष विराम उल्लंघन भी कर रहा है। सिंह ने कहा कि अगर पाकिस्तानी सेना नुकसान पहुंचाने वाले अपने रास्ते पर चलती रही तो भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब देगी और उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ जाएगी।

उन्होंने श्रीनगर में खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों के कोर ग्रुप की बैठक की अध्यक्षता की। ताकि सुरक्षा स्थिति पर प्रतिकूल असर डालने वाले किसी दुस्साहस से निपटने के लिए संचालन तैयारी की समीक्षा की जा सके। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को हटाए जाने और राज्य को दो केन्द्र शासित प्रदेशों (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख)के रूप में विभाजित करने का प्रस्ताव संसद में पेश किए जाने के एक दिन बाद यह बैठक की गई है।

उधमपुर में तैनात थल सेना के अधिकारियों द्वारा जारी प्रेस रिलीज के अनुसार लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने यह भी कहा, ‘शांति एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सेना कमांडर ने इस बात का जिक्र किया कि पिछले कुछ दिनों में पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के पास स्थित आतंकी शिविरों में आतंकियों की संख्या बढ़ाने की कोशिशें तेज कर दी हैं। साथ ही, पाक संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है, घुसपैठियों को जम्मू-कश्मीर में भेजने की कोशिश कर रहा है, राज्य के आंतरिक हिस्सों में आतंकी घटनाओं को अंजाम दे रहा है और जम्मू-कश्मीर में एक दुष्प्रचार शुरू करने के लिए सोशल मीडिया का भी इस्तेमाल कर रहा है।’

उन्होंने कहा कि भारतीय थल सेना ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है और देश में गड़बड़ी पैदा करने के उनके नापाक मंसूबों को नाकाम कर दिया है। उन्होंने लोगों से कहा कि लगातार दुष्प्रचार के जरिये उनके दिमाग में जहर भरने की कोशिश की जा रही है लेकिन वे दुश्मनों के इस जाल में ना फंसे। उन्होंने कहा कि अफवाह ना फैलाएं और साथ ही अपने निकट और प्रिय लोगों को भी अफवाह फैलाने वालों से दूर रखें।

रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने, कानून एवं व्यवस्था को बिगड़ने से रोकने और आतंकवाद-रोधी प्रभावी कार्रवाईयों के लिए संवेदनशील स्थानों एवं इलाकों में पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। सेना कमांडर ने कहा कि सुरक्षा बल नुकसान पहुंचाने वाली किसी कार्रवाई को रोकने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। सेना कमांडर ने जम्मू-कश्मीर में शांति एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी हितधारकों के समन्वित प्रयासों की सराहना भी की।