West Bengal Politics: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुधवार (31 अगस्त) को एक चैनल की तरफ से लगाए गए आरोपों का हवाला देते हुए कहा, “अगर उन्होंने अवैध रूप से जमीन पर कब्जा कर लिया है। इसकी जांच की जाए यादि ये सही पाया जाता है तो इस पर बुलडोजर चलाया जाए।” तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि “उन्होंने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव से आरोपों की जांच करने के लिए कहा है और अगर वे सही पाए जाते हैं, तो पूरी संपत्ति को बुलडोजर गिरा दिया जाए।”
ममता ने कहा, “एक चैनल ने मुझ पर भूमि पर अवैध रूप से कब्जा करने का आरोप लगाया है। मुझे इसकी जानकारी नहीं है। हम कालीघाट में (19वीं सदी के जमींदार और परोपकारी) रानी रश्मोनी की जमीन पर रहते हैं। हम सभी पट्टे पर किराएदार हैं। आज (31 अगस्त) सीएससी की बैठक में मैंने अपने मुख्य सचिव से (मामले की) जांच करने को कहा। अगर यह साबित हो जाता है कि मैंने किसी संपत्ति पर अतिक्रमण किया है या ऐसा करने में किसी की मदद की है, तो इस पर बुलडोजर चलाया जा सकता है।”
CM ने पूछा-“क्या पैसा मां काली के पास जा रहा है”
ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया कि कोयला घोटाले की आय कालीघाट (उनके आवास) जा रही थी, लेकिन उन्होंने कहा कि “पार्टी ने किसी का नाम नहीं लिया है।” सीएम ने पूछा, “क्या पैसा मां काली के पास जा रहा है।” बता दें कि ममता बनर्जी कोलकाता के कालीघाट इलाके में रहती हैं, जो अपने काली मंदिर के लिए मशहूर है।
ममता बनर्जी केंद्रीय एजेंसियों का सामना कानूनी रूप से करेंगी
पश्चिम बंगाल की सीएम ने आगे कहा कि “अगर उसके परिवार के किसी सदस्य को केंद्रीय एजेंसियों से नोटिस मिलता है, तो वह कानूनी रूप से लड़ेगी।” हालांकि, इन दिनों यह कठिन हो गया है (कानूनी रूप से इस तरह के नोटिस से लड़ने के लिए)। मुझे न्यायपालिका में विश्वास है।” दरअसल, टीएमसी सुप्रीमो की टिप्पणी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा उनके भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी को नए सिरे से समन जारी करने के बाद आई है।