UP News: उत्तर प्रदेश में एक बार फिर सार्वजनिक स्थान पर नमाज पढ़ने का मामला सामने आया है। पश्चिम बंगाल से अजमेर जा रहे मुस्लिम पुरुषों के एक समूह ने शाहजहांपुर में दिल्ली लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर नमाज पढ़ी। सड़क पर नमाज पढ़ते देख विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों ने बस से अजमेर जा रहे मुसलमानों से कहा कि वे उत्तर प्रदेश में सड़क किनारे नमाज नहीं अदा कर सकते है। वहीं, मुरादाबाद पुलिस की तरफ से एक घर में नमाज अदा करने के लिए 26 मुसलमानों के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने के कुछ दिनों बाद यह मामला सामने आया है।
दरअसल, पश्चिम बंगाल से एक बस में सवार 62 जायरीन अजमेर दरगाह जा रहे थे। इस दौरान रविवार (11 सितंबर) को इनकी बस उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के थाना तिलहर क्षेत्र के नेशनल हाइवे पर स्थित एक ढाबे पर रुकी थी। वहीं, 17 मुस्लिमों ने नेशनल हाइवे के किनारे नमाज अदा करना शुरू कर दिया था। जैसे विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री राजेश अवस्थी इसकी सूचना मिली वह अपने कार्यकर्ताओं के साथ वहां पहुंच गए और हंगामा किया। वीएचपी कार्यकर्ताओं ने नमाजियों से माफी मांगने को मजबूर कर दिया।
पुलिस ने नमाजियों को समझाया यूपी का नियम
नेशनल हाईवे पर नमाज पढ़ने वाले नमाजियों ने विश्व हिंदू परिषद कार्यकर्ताओं के आगे हाथ जोड़कर माफी मांगी। इतना ही नहीं सभी ने कान पकड़कर उठक-बैठक भी लगाई। साथ ही कहा, “अब ऐसा दोबारा नहीं करेंगे।” हंगामा की सूचना मिलते ही तिलहर थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे गए। वह सभी नमाजियों को थाने ले आए। थाने में लाने के बाद सभी को ये बताया गया “उत्तर प्रदेश में मस्जिद के अलावा किसी भी खुली जगह पर नमाज नहीं पढ़ सकते है। सड़क पर नमाज अदा पर कार्रवाई होती है।
यूपी में सड़क पर नमाज बैन है
बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने साल 2019 अगस्त महीने में सूबे में सड़क पर किसी भी प्रकार का धार्मिक आयोजन करने पर रोक लगा दिया है। जिसके तहत रोड पर न कोई धार्मिक आयोजन हो सकता है और न ही नमाज पढ़ी जा सकती है। उत्तर प्रदेश के नियम के अनुसार, किसी खास दिन या त्योहार पर जिला प्रशासन सड़क पर धार्मिक आयोजन करने और नमाज पढ़ने की अनुमति दे सकता है, लेकिन बाकी दिनों में रोड पर पूजापाठ, जमावड़ा या कोई ऐसा धार्मिक आयोजन नहीं कर सकते। यहां बता दें कि सड़क पर केवल नमाज अदा करने पर ही नहीं रोक है और दूसरे धर्म के लोग ये नियम लागू है।
खुले में नमाज पर कई बार आपत्ति जताई गई
दरअसल, हाल के कुछ महीनों में नमाज पर कई बार आपत्ति जताई गई है। गुरुग्राम में मुसलमानों को उनके लिए आवंटित जगह पर शुक्रवार की नमाज अदा करने से रोकने के बाद विवाद शुरू हो गया था। मुरादाबाद पुलिस की तरफ से एक घर में नमाज अदा करने के लिए 26 मुसलमानों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। जानकारी के लिए आपको बता दें कि प्रशासन ने नोएडा और गुरुग्राम के कई स्थानों पर ट्रैफिक की समस्या को देखते हुए नमाज के लिए जगह आवंटित की गई थी।