Bareilly Violence: बरेली हिंसा को लेकर ताजा घटनाक्रम सामने आ रहा है। कांग्रेस नेता इमरान मसूद और दानिश अली ने दावा किया है कि उनको पुलिस ने हाउस अरेस्ट किया है। साथ ही कहा है कि योगी की पुलिस उनको बरेली नहीं जाने दे रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस सांसद इमरान मसूद को सहारनपुर और पूर्व सांसद दानिश अली को अमरोहा में नजरबंद किया गया है। दोनों नेताओं को बरेली जाते वक्त हाउस अरेस्ट किया गया है।

मसूद शुक्रवार को भड़की हिंसा के बाद जमीनी हालात का जायज़ा लेने के लिए बरेली के डीआईजी से मिलने कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले थे। लेकिन सुरक्षा चिंताओं और मौजूदा कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए स्थानीय अधिकारियों ने उन्हें सहारनपुर छोड़ने से रोक दिया और नज़रबंद कर दिया।

दो उपद्रवी और गिरफ्तार

वहीं, बरेली हिंसा के बाद दो और आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया। दोनों के पैर में गोली लगी है। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने बवाल के दौरान फायरिंग और पथराव किया था। इनकी गिरफ्तारी सीबीगंज इलाके से हुई। मंगलवार को भी पुलिस ने एनकाउंटर में एक आरोपी को गिरफ्तार किया था।

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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने जिन दो आरोपियों का हाफ एनकाउंटर किया है उनके नाम- इदरीस और इकबाल हैं। इन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों के पास से पुलिस को हथियार भी मिले हैं। इदरीस व इकबाल पर 26 सितंबर को इस्लामिया इंटर कॉलेज इलाके में दंगे के दौरान पुलिस पर फायरिंग करने के साथ-साथ एक सिपाही की सरकारी एंटी-रायट गन लूटने का आरोप है।

बरेली में हिंसा क्यों भड़की?

कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल स्तर का यह दौरा बरेली में शुक्रवार की नमाज के बाद भड़के हिंसक विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर हो रहा है। बरेली हिंसा तब भड़की जब मौलवी मौलाना तौकीर रज़ा खान के आह्वान पर 1,000 से ज़्यादा लोग इस्लामिया ग्राउंड के पास इकट्ठा हुए और धार्मिक बैनर लहराते और नारे लगाते हुए दिखाई दिए। बाद में, कानपुर में “आई लव मुहम्मद” संदेश वाले बारावफात के पोस्टर को लेकर दर्ज की गई एक एफआईआर के बाद यह विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ।

पुलिस ने बताया कि विरोध प्रदर्शन उस समय हिंसक हो गया, जब भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने पथराव, वाहनों में तोड़फोड़ और यहां तक ​​कि हवा में गोलियां चलानी शुरू कर दीं। स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए स्थानीय पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। हिंसा में कम से कम 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए।

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