उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जहरीली शराब के चलते मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। 100 से ज्यादा मौतों के बाद प्रशासन पर कई गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। इस मामले में अब यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सरकार बयान देते हुए सरकार को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने सरकार को इस मामले में चेताया था लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।
सरकार पर लगे ये गंभीर आरोपः योगी आदित्यनाथ की सरकार को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा, ‘सरकार खुद इसमें शामिल थी इसलिए किसी ने विपक्ष की चेतावनी के बावजूद सुध नहीं ली। सच यह है कि सरकार की मदद के बिना इस तरह के कारोबार नहीं किए जा सकते। सरकार को यह मान लेना चाहिए कि वे राज्य नहीं चला पा रहे हैं।’ गौरतलब है कि उत्तराखंड और यूपी दोनों राज्यों में ये मौतें हुई हैं और दोनों में ही बीजेपी की सरकार है।
अब तक हुई ये कार्रवाईः सिलसिलेवार मौतों की घटना सामने आने के बाद दोनों राज्यों के प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच चुका है। अब तक एक्साइज और पुलिस विभाग के करीब दो दर्जन से ज्यादा कर्मचारियों पर निलंबन की गाज गिर चुकी है। अब तक सैकड़ों लीटर अवैध शराब गाजियाबाद, लखनऊ, मेरठ, अमरोहा समेत राज्य के कई अलग-अलग जिलों से जब्त की जा चुकी है। वहीं कई आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया था। इस मामले में यूपी पुलिस ने जहरीली शराब में चूहे मारने की दवा मिलाए जाने का भी शक जाहिर किया है। हालांकि सैंपल को लखनऊ की लैब में टेस्टिंग के लिए भेजा गया है लेकिन रेट किलर मिलाने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।