भोपाल लोकसभा सीट (Bhopal constituency) से भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सांसद प्रज्ञा ठाकुर (MP Pragya Thakur) सनातन बोर्ड (Sanatan Board) के गठन की मांग को लेकर सुर्खियों में हैं। प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि भारत में हिंदुओं पर बहुत अत्याचार किया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की सरकार बनने के बाद सभी को न्याय दिया जाने लगा।
बुधवार को समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए प्रज्ञा ठाकुर ने कहा, “अब भी कई विभिन्न बोर्ड हैं, उनमें से एक वक्फ बोर्ड (Waqf Board) है जो कोई भी जमीन लेता है और कहता है कि जमीन वक्फ बोर्ड की है। लेकिन जब कानूनी नजरिए से जांच की जाती है तो पता चलता है कि जमीन उसकी नहीं है। इस तरह के माफिया भारत में फल-फूल रहे हैं और हिंदू मंदिरों और देवी-देवताओं का अपमान करने में पीछे नहीं हटते।”
प्रज्ञा ठाकुर ने आगे कहा, “हिंदू अपने नियम-कायदों का पालन करते हैं, अपने धर्म की बात करते हैं, अपने धर्म में रहते हैं और कहीं भी किसी का विरोध नहीं करते हैं। यह विडंबना है कि हमारे सनातनी देवताओं के मंदिर ट्रस्ट बन गए हैं और फिर वे सरकार के हाथों में चले जाते हैं। अब वे इससे मुक्त हो और मंदिरों और मठों में जो दान एकत्र होता है उसका उपयोग हिन्दुओं के विकास में, हिन्दू बालकों की शिक्षा में, मन्दिरों के निर्माण में और सनातन धर्म की उन्नति में हो। इसलिए जरूरत पड़ने पर सनातन बोर्ड का गठन किया जाना चाहिए।”
पीएम नरेंद्र मोदी के शासन का जिक्र करते हुए बीजेपी सांसद ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास और सबका प्रयास (Sabka Sath , Sabka Vikas and Sabka Prayas) के आदर्श वाक्य के साथ काम चल रहा है और हम सब काम कर रहे हैं। बता दें कि पिछले महीने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने हिंदुओं (Hindus) को अपने घरों में हथियार रखने की सलाह दी थी।
बोर्ड बनाने से होने वाले फायदे के बारे में पूछे जाने पर प्रज्ञा ठाकुर ने कहा, “यह हमारा धर्म है, हम अपने नियम का पालन करेंगे और इस पर किसी भी तरह का हमला नहीं होना चाहिए। हमारे मंदिर स्वतंत्र होने चाहिए और उनके अपने नियम होने चाहिए।”
बीजेपी सांसद की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता अजय यादव ने कहा, ”बीजेपी के नेता जब चुनाव होते हैं तो हिंदू राज्य और हिंदू धर्म की बात करते हैं। न ही कोई ऐसा कदम उठाते हैं, जिससे ये सब किया जा सके। ये केवल हिंदू धर्म की भावनाओं को भड़काने के नाम पर राजनीति कर रहे हैं।”