MP News: मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क के खुले जंगल में घूम रहे चीतों के आए दिन आबादी वाले क्षेत्र में पहुंच जाने से ना सिर्फ उनकी सुरक्षा को खतरा है, बल्कि लोगों में भी डर का माहौल रहता है। इसी बीच, श्योपुर जिले के विजयपुर तहसील से एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें एक अज्ञात शख्स चीतों को कुछ पिलाता हुआ नजर आ रहा है। अब इस वायरल वीडियो की जांच वन्यजीव अधिकारियों की तरफ से की जा रही है।

एक वरिष्ठ वन्यजीव अधिकारी ने कहा कि हम व्यक्ति की पहचान की पुष्टि नहीं कर सकते हैं कि वह कोई चिता मित्र है या स्थानीय ग्रामीण है। हम वीडियो की प्रमाणिकता की सही से जांच कर रहे हैं। वन्यजीव अधिकारियों को संदेह है कि वीडियो में मादा चीता ज्वाला और उसके चार बच्चे नजर आ रहे हैं। वह शिकार करने के बाद उस इलाके में आए होंगे।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में एक आदमी पेड़ की छाया में आराम कर रहे जानवरों की ओर बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। वह कंटेनर को जमीन पर रखता है और कई बार चिल्लाकर चीते से पानी पीने के लिए कहता है। आदमी के देखते ही देखते झुंड पानी पीना शुरू कर देता है। यह सब उस वक्त हुआ जब पास के एक गांव में स्थानीय लोगों ने चीते के बच्चे पर हमला किया। स्थानीय लोगों ने ज्वाला और उसके झुंड पर पत्थर फेंके।

नामीबिया से आए दो चीते ने छोड़े जाने के 24 घंटे में किया पहला शिकार

अधिकारियों ने दी वॉर्निंग

चीते के दिखने की खबर तेजी से फैली और बड़ी संख्या में ग्रामीण दोपहिया वाहनों पर सवार होकर मौके पर आ गए। जब झुंड ने एक बछड़े का शिकार करने की कोशिश की, तो गांव वालों ने उन्हें कूनों के जंगलों में वापस खदेड़ दिया। वन्यजीव के अधिकारियों ने चीतों के साथ संपर्क करने के खिलाफ वॉर्निंग दी है। एक वन्यजीव अधिकारी ने कहा, ‘यह जरूरी है कि इंसानों के साथ उनका संपर्क कम से कम हो। अगर उन्हें इंसानों से खाना और पानी मिलता है, तो जानवर खाने की तलाश में मानव बस्तियों में भटकते रहेंगे। इससे संघर्ष का खतरा बढ़ जाता है।’

कूनो के जगंल में कुल 17 चीते

कूनो के जंगल में 17 चीते हैं। इनमें 11 भारतीय शावक भी शामिल हैं। इस बार घूमने निकले चीतों में ज्वाला और उसके चार बच्चे थे। उन्हें 21 फरवरी को बाड़ों से मुक्त कर दिया गया था। जंगल में छोड़े जाने के बाद से ही चीतों का झुंड जंगल में शिकार करने में बिजी है। कूनो उद्यान से भटक कर चीता राजस्थान के करौली पहुंचा