छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पंडित दीनदयाल उपाध्याय पर सवाल उठाने वाले एक आईएएस अफसर का तबादला करने का मामला सामने आया है। आईएएस शिवअनंत तयाल ने फेसबुक पोस्ट के जरिए भारतीय जनसंघ के संस्थापकों में से एक दीनदयाल उपाध्याय की उपलब्धियों के बारे में सवाल किया था। उन्होंने पोस्ट में लिखा, ”उनके वैचारिक रवैये को जानने के लिए उनका(पंडित दीनदयाल) एक भी साहित्यिक या पाण्डित्यभरा काम नहीं दिखा। साथ ही एक भी ऐसा चुनाव नहीं था जिसमें वे लोकप्रिय तरीके विजयी रहे हो।” उन्होंने दीनदयाल उपाध्याय की उपलब्धियों के बारे में भी जानना चाहा। हालांकि तयाल ने विवाद होने पर इस पोस्ट को डिलीट कर दिया। लेकिन इस पोस्ट के कुछ देर बाद ही उनका तुरंत प्रभाव से तबादला कर दिया गया। आईएएस अफसर ने बाद में अपनी पोस्ट को लेकर खेद भी जताया। इसमें उन्होंने अपनी पहली वाली पोस्ट को कुछ पढ़ने और ब्राउजिंग का फॉलोअप बताया।
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तयाल ने लिखा, ” मेरी सुबह की पोस्ट में मैंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय पर कुछ स्वाभाविक सवाल किए थे। यह कार्य कुछ पढ़ने और ब्राउजिंग के बाद होने वाला फॉलोअप था। इसके जरिए किसी महापुरुष की योग्यता पर सवाल उठाने और ना ही किसी को चोट पहुंचाने की मंशा थी। हालांकि फिर भी ऐसा हुआ हो तो मैं दिल से क्षमायाचक हूं और इस पर खेद जताता हूं। धन्यवाद।” गौरतलब है कि मोदी सरकार दीनउयाल उपाध्याय को काफी बढ़ावा दे रही है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दीनदयाल उपाध्याय की शिक्षाओं को अनुसरण करते हैं।

