खनन घोटाले के एक मामले में सीबीआई जांच का सामना कर रही उत्तर प्रदेश की चर्चित आईएएस अधिकारी बी चंद्रकला ने प्रोफेशनल नेटवर्क साइट लिंक्डइन पर अपने अकाउंट से एक कविता पोस्ट की है। इस कविता में उन्होंने सीबीआई की कार्रवाई को चुनावी छापा बताया है। उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने 5 जनवरी को चंद्रकला के ठिकानों पर छापेमारी की थी। दरअसल चंद्रकला के खिलाफ रोक के बावजूद खनन के पट्टे जारी करने का आरोप लगा था। सीबीआई ने उनकी संपत्ति अचानक बढ़ जाने पर भी सवाल उठाया है।

चंद्रकला की यह कविता जमकर सुर्खियां बटोर रही हैं। इसमें उन्होंने लिखा है। यह है उनकी लिखी कविता…

क्या इशारा करती है यह कविताः चंद्रकला ने अपनी कविता के अंत में लिखा है, ‘चुनावी छापा तो पड़ता रहेगा, लेकिन जीवन के रंग को क्यों फीका किया जाय दोस्तों। आप सब से गुजारिश है कि मुसीबतें कैसी भी हों, जीवन की डोर को बेरंग ना छोड़ें।’ कविता के शब्दों से साफ है कि उन्होंने सीबीआई की कार्रवाई को राजनेताओं की चुनावी साजिश बताते हुए इशारों-इशारों में बड़ा आरोप लगाया है।

एक साल में दस गुनी हुई संपत्तिः चंद्रकला पर आय से अधिक संपत्ति होने के मामले का भी खतरा मंडरा रहा है। सीबीआई के मुताबिक चंद्रकला ने 2015 में अपनी संपत्तियों की जानकारी नहीं दी थी इसके बाद जब उन्होंने इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किया तो उसमें पता चला कि 2011-12 के मुकाबले उनकी संपत्ति 10 लाख से बढ़कर करीब एक करोड़ हो गई। सिर्फ एक साल में संपत्ति में हुए इतने इजाफे को लेकर भी काफी चर्चा हुई थी।