देशभर में कोरोना के बढ़ते केसों के बीच लोगों में एक बार फिर लॉकडाउन और प्रतिबंधों का डर बैठने लगा है। कई जगहों पर ताजा प्रोटोकॉल्स के चलते भीड़ वाली और सार्वजनिक जगहों को बंद कराया जा रहा है। हालांकि, पिछली बार की तरह इस बार भी कोरोना प्रोटोकॉल लागू करवाने वाले अधिकारी आम लोगों के गुस्से का शिकार हो रहे हैं। ताजा मामला बिहार के सासाराम का है, जहां कोरोना की वजह से एक कोचिंग बंद कराने पहुंचे अधिकारियों पर गुस्साई भीड़ ने पथराव कर दिया।
इस पूरी घटना का वीडियो न्यूज एजेंसी एएनआई पर मौजूद है। इसमें साफ देखा जा सकता है कि बड़ी संख्या में उपद्रवी कोरोना गाइडलाइंस का पालन कराने वाली टीम और पुलिस पर पत्थर बरसा रहे हैं। इनमें कुछ बैग टांगे छात्र भी शामिल हैं, जिन्होंने मुंह पर कपड़ा बांधा हुआ है। फुटेज में उन्हें इलाके में तोड़फोड़ करते देखा गया। इतना ही नहीं उन्हें वाहनों को आग लगाते और संपत्तियों का नुकसान करते भी देखा जा सकता है। छात्रों के पथराव में पुलिसकर्मियों के अलावा कई पत्रकारों को भी चोटें आई हैं।
इस मामले पर रोहतास जिले के सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्वों के भड़काने पर यहां लोगों ने उपद्रव किया और पत्थरबाजी भी की। पुलिस अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिन लोगों ने उपद्रव भड़काने का काम किया उन पर भी एफआईआर दर्ज होगी।
बता दें कि बिहार सरकार ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए शैक्षणिक संस्थानों को 11 अप्रैल तक बंद करने का फैसला किया है। हालांकि, इस फैसले पर कोचिंग एसोसिएशन ऑफ बिहार आक्रोश जाहिर कर चुका है। कोचिंग संचालकों की ओर से कहा गया था कि शिक्षण संस्थान नियमों का पालन करते हुए सब कुछ कर रहे हैं। बावजूद सरकार हमेशा शैक्षणिक संस्थानों को टारगेट कर रही है। इससे बिहार की शिक्षा समाप्त हो जाएगी।